पटनाःआपने मास्क क्यों नहीं लगाया? जवाब आया, सर बस लगा ही रहे हैं.. अभी बाहर निकले हैं लगा लेंगे.. बस तुरंत लगा लेते हैं.. आज भूल गए, कल से लगा के निकलेंगे.. ये जवाब बिहार की सड़कों पर निकले लोगों ने दिए हैं. ईटीवी भारत की टीम ने जब लोगों से मास्क लगाने के बारे में पूछा तो सभी ने बड़े अटपटे से जवाब दिये. जवाब भी ऐसा, जिसे सुनकर आप मुस्कुराएं, गुस्साएं या नसीहत दें, आपको भी समझ नहीं आएगा. जबकि बिहार में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है. बिहार सरकार ने जरूरी गाइडलाइन भी दिए हैं, जिसमें मास्क लगाने की बात भी कही गई है. लेकिन लगता है लोगों के जेहन से कोरोना का डर खत्म हो चुका है. इसलिए लोग बिहार में मास्क (People Not Wearing Mask in Bihar) नहीं लगा रहे हैं.
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जानकारी दें कि बुधवार को बिहार के चार जिलों में ईटीवी भारत की टीम सड़क पर यह जानने निकली कि लोग मास्क लगा रहे हैं या नहीं. कई लोग ऐसे मिले, जिन्होंने मास्क नहीं लगाया था. लेकिन मास्क नहीं लगाने के पीछे अजीब-अजीब दलील दे रहे थे. ईटीवी भारत की टीम ने मुंगेर, गया, वैशाली और मुजफ्फरपुर में लोगों से बात की.
मुंगेर का हाल जानिए
विशेषज्ञ कह रहे हैं कि बिहार में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) आ चुकी है. लेकिन लोग इससे राबता नहीं रखते हैं. तभी तो मुंगेर के ग्रामीण इलाके में लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं. किसी के चेहरे पर मास्क नीचे लटका रहता है, तो कोई पॉकेट में लेकर घूमते नजर आ रहे हैं. सभी को पता है कि मास्क लगाना जरूरी है, लेकिन कोई मास्क लगा नहीं रहे हैं.
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वैशाली की तो बात ही अलग
वैशाली में भी कोरोना विस्फोट हुआ है, इसके बावजूद वैशाली के ज्यादातर लोग (people negligence regarding corona) लापरवाही बरत रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में तो बगैर मास्क के ही लोग घूम रहे हैं. कोविड-19 को लेकर वैशाली जिला प्रशासन ने जितने भी जागरुकता अभियान चलाए थे, उसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा है. वैशाली में सदर एसडीपीओ, सदर एसडीओ और सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. वहीं 15 से ज्यादा आम लोग भी कोविड-19 पॉजिटिव हैं.
सामान खरीदने आई एक निजी स्कूल की शिक्षिका सुनीता देवी ने कहा कि यहां पर लोग जागरुक नहीं है. लोगों को जागरूक होना चाहिए. हालांकि वह खुद मास्क लगाई हुई नहीं थी. मास्क उनका गले में लटका हुआ था. वहीं, सुमन कुमार कहते हैं कि करोना में सब टनाटन है. यह कुछ नहीं, सारी बातें बेकार है. सर्दी खांसी होने पर गांव का डॉक्टर ही ठीक कर रहा है. हाजीपुर जाने पर कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कर देता है.