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नीतीश के करीबी रहे पवन वर्मा टीएमसी में शामिल, कहा- विपक्ष को मजबूत करना समय की मांग

टीएमसी में शामिल होने के बाद पवन वर्मा (Pavan Varma joins TMC) ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों और ममता बनर्जी (TMC Chief Mamata Banerjee) में क्षमता को देखते हुए मैं आज तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुआ हूं. वहीं, ट्विटर पर घोषणा करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि हम उनका हमारे परिवार में स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं.

पवन वर्मा टीएमसी में शामिल
पवन वर्मा टीएमसी में शामिल

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Published : Nov 23, 2021, 5:16 PM IST

Updated : Nov 23, 2021, 6:24 PM IST

नई दिल्ली/पटना:पूर्व जेडीयू सांसद पवन वर्मा आज टीएमसी में शामिल (Pavan Varma joins TMC) हो गए.टीएमसी चीफ ममता बनर्जी (TMC Chief Mamata Banerjee) की मौजूदगी में दिल्ली में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सदस्यता ग्रहण की है. टीएमसी के संगठन में उनको बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. वैसे बिना किसी शर्त के वे पार्टी में शामिल हुए हैं.

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पवन वर्मा पहले जेडीयू (JDU) में हुआ करते थे. वे राज्यसभा सांसद के साथ-साथ पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं. जून 2014 से जुलाई 2016 तक सांसद थे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के सलाहकार भी रह चुके हैं. राजनीति में आने से पहले वह भारतीय विदेश सेवा अधिकारी भी रह चुके हैं.

पवन वर्मा का बयान

वहीं, टीएमसी में शामिल होने पर पवन वर्मा ने कहा कि विपक्ष को मजबूत करने के लिए काम करना समय की मांग है. राजनीतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए विपक्ष को मजबूत करना जरूरी है. वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों और ममता बनर्जी में क्षमता को देखते हुए मैं आज तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुआ हूं. पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसे ईमानदारी से निभाऊंगा.

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पिछले साल जनवरी में नीतीश कुमार से लंबी खींचतान के बाद पवन वर्मा को जेडीयू से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. तब से वह किसी भी पार्टी में शामिल नहीं हुए थे. बीच में अटकलें लगायी जा रही थी कि वह कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. जेडीयू में पवन वर्मा लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे. नीतीश कुमार के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे थे. बीजेपी से जब से जेडीयू का फिर से गठबंधन हुआ था, तब से वह नीतीश और जेडीयू से नाराज चल रहे थे.

पवन वर्मा के साथ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को भी जेडीयू से बाहर का रास्ता दिखाया गया था. प्रशांत किशोर जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे. प्रशांत किशोर को जेडीयू में लाने में पवन वर्मा की बड़ी भूमिका थी. पवन वर्मा ऐसे नेता हैं, जिनकी विपक्षी दलों में अच्छी पकड़ है. एक अच्छे प्रवक्ता के तौर पर भी जाने जाते हैं. मजबूती के साथ, तथ्यों के साथ जिस पार्टी में रहते हैं, उसका पक्ष रखते हैं.

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Last Updated : Nov 23, 2021, 6:24 PM IST

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