पटनाःबिहार के डीप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद(Dy CM Tarkishore Prasad) आज राजधानी पटना में जलजमाव(Water Logging in Patna) की समस्या से निपटने को लेकर किए जा रहे कामों का मुआयना करने पहुंचे थे. डीप्टी सीएम ने नगर-निगम के कामों को लेकर संतोष जताया. लेकिन वहीं इसी जगह से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पटना के बड़े नालों में से एक सैदपुर नाला (Saidpur Nala) भी है. जिसे देखने अगर डीप्टी सीएम जाते तो शायद निगम के दावों की पोल खुल जाती. नाले की तस्वीरों में दिख रही बांस की टाट की दीवार पटना नगर- निगम के दावों की हकीकत बयां कर रही है.
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2019 के जलजमाव में पानी में समा गयी थी साइडवाल
सैदपुर का नाला पटना के प्रमुख 9 बड़े नालों में से एक है. 2019 में जब तीन दिन की बारिश के बाद जलजमाव हुआ था दो ये पूरा इलाका भी जलजमाव से त्रस्त रहा था. जलजमाव की वजह से सैदपुर नाले में पानी का प्रेशर ज्यादा था, जिसके कारण इसके एक साइड की दीवार टूट कर पानी में समा गई.
जलजमाव के बाद सरकार ने पटना में ऐसी स्थिति से निपटने को लेकर तैयारी करने का वादा किया था. जिसके तहत जल्द ही सैदपुर नहर की साइड दीवार (Side Wall of Saidpur Nala) के मरम्मत कराने की बात कही गई. लेकिन दो साल बीतने के बाद भी सैदपुर नाले की साइड वॉल नहीं बनी.
कटाव को रोकने के लिए लगायी गई टाट की दीवाल
नई दीवार नहीं बनने और पिछले साल बरसात के मौसम में हुई बारिश के कारण नाले के पानी की तेज रफ्तार से सड़क पर हो रहे कटाव को रोकने के लिए निगम प्रशासन ने एक तरफ से आनन-फानन में वैकल्पिक व्यवस्था (Alternative Arrangement) कर दी. इसके तहत बांस की टाट और बालू की बोरी के सहारे कटाव रोकने के लिए एक अस्थाई दीवाल बनाई गई.
हालांकि पक्के साइड वॉल के निर्माण की घोषणा भी हुई. लेकिन अभी तक उसपर काम नहीं हो सका है. स्थानीय विधायक अरुण सिन्हा, नगर निगम के स्टडी कमेटी के सदस्य आशीष सिन्हा और इंद्रदीप चंद्रवंशी ने सैदपुर नाले का मामला उठाया हैं. लेकिन आलम ये है कि अधिकारी आते हैं और सिर्फ नाले का निरीक्षण करके चले जाते हैं.
मानसून की बारिश से बढ़ा खतरा
एक और जहां निगम की और से नाले की सफाई कराकर वाहवाही लूटने का काम हो रहा है, तो वहीं सैदपुर नाले के आसपास रहनेवाले लोग मानसून के सक्रिय होने के बाद से हो रही बारिश को लेकर चिंता में हैं. उनके मन में 2019 के जलजमाव की तस्वीरें कौंध रही हैं. इस बार भी सैदपुर नहर के साइड दीवार को दुरुस्त नहीं किया जा सका. ऐसे में लोगों को डर है कि सैदपुर रोड पर कटाव होगा.