पटना: राजधानी पटना की सड़कों का हाल बेहाल है. कई साल से सड़कें जर्जर हैं. सबसे खराब स्थितिपटना नगर निगम की सड़कों का है. नगर निगम क्षेत्र में चल रहे केंद्रीय परियोजनाओं के चलते सड़कों की खुदाई तो हो रही है, लेकिन मरम्मत नहीं. इसकी वजह से सड़कें जर्जर हो गईं हैं, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
दूसरी तरफ निगम का आरोप है कि जो एजेंसियां केंद्रीय परियोजनाओं का काम कर रही हैं वे निगम से एनओसी तक नहीं ले रही हैं. यही वजह है कि सड़कों की स्थिति जर्जर है. पटना की सड़कों के लिए सरकार की तरफ से कोई ठोस योजना नहीं बन पाने के कारण सड़कों की स्थिति जर्जर बनी हुई है. खासकर पटना नगर निगम क्षेत्र में जितनी भी सड़कें हैं. सबका हाल बेहाल हो गया है.
सड़कों की हो रही खुदाई, न हो रहा मरम्मत
केंद्रीय परियोजनाओं के तहत नमामि गंगे परियोजना का काम चल रहा है. इसके साथ ही गैस पाइपलाइन का भी काम नगर निगम क्षेत्र में हो रहा है. इसकी वजह से सड़कों की खुदाई तो की जा रही है, लेकिन मरम्मत नहीं होने की वजह से सड़कों की हालत बेहाल हो गई है. सड़कों की जर्जर स्थिति की वजह से आए दिन जाम लगता है. जाम की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
हादसे का शिकार हो रहे लोग
सड़कें जर्जर होने के चलते लोग हादसों के शिकार हो रहे हैं. लोगों का कहना है कि खराब सड़क से गुजरते समय डर लगता है. लगता है कहीं गिर न जाएं या कोई टक्कर न मार दे. कई साल से सड़क खोदकर छोड़ दिया गया है, लेकिन अभी तक ठीक नहीं किया गया. यह हाल सिर्फ कोतवाली थाना सड़क का नहीं है बल्कि अमूमन नगर निगम में जितनी भी सड़के हैं सब का हाल यही है.