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लिट्टी-चोखा के शौकीन लोग ऑनलाइन मंगवा रहे हैं गोइठा, पटना के खटाल मालिकों की चांदी - ईटीवी भारत बिहार न्यूज

बिहार का लजीज व्यंजन (Delicious food of Bihar) लिट्टी-चोखा आज न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर है. इसकी डिमांड भी काफी बढ़ी है. कई होटल और रेस्टोरेंट इसे परोस भी रहे हैं, लेकिन लिट्टी चोखा के कुछ ऐसे शौकीन जो अपने घर में इसे बनाना पसंद करते हैं और वह भी गोइठा पर. इसके लिए गोइठा ऑनलाइन मंगवा रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर..

Patna Khatal owners
Patna Khatal owners

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Published : Apr 27, 2022, 10:09 AM IST

Updated : Apr 27, 2022, 6:19 PM IST

पटना:भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में बिहारी व्यंजन के नाम से मशहूर लिट्टी चोखा (Bihari cuisine Litti Chokha) आज ब्रांड बन चुका है. जिसने इसका स्वाद चखा है, नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है, वह भी अगर गोइठा पर बना हो तो क्या कहने. अब लिट्टी चोखा खाने के शौकीन लोगों ने इसका तोड़ निकाल लिया. लिट्टी चोखा प्रेमी अब बिहार से गोइठा ऑनलाइन मंगवाने लगे हैं. राजधानी पटना के खटाल मालिक (Patna Khatal owners) ट्रांसपोर्ट के माध्यम से गोइठा बिहार के बाहर भेज रहे हैं. इससे ओर जहां लोग पारंपरिक लिट्टी चोखा का आनंद ले पा रहे हैं. वहीं खटाल मालिक दूध के साथ-साथ गाय के गोबर का गोइठा बेचकर अच्छा मुनाफा (Patna Khatal Owners Earning Profit) कमा रहे हैं.

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मुनाफा कमा रहे खटाल मालिक:दरअसल, वार्ड संख्या 37 के वार्ड पार्षद संजीव आनंद की पहल से यह सब मुमकिन हुआ है. संजीव आनंद ने अपने इलाके के खटाल मालिकों को सुझाव दिया कि वह दूध के साथ साथ गाय के गोबर का उपयोग कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. संजीव की पहल पर आज वार्ड संख्या 37 के लोग गाय के गोबर से बने गोइठा के कारोबार से जुड़ कर हजारों रुपए कमा रहे हैं.

रफ्तार पकड़ रहा गोइठा का कारोबार: लिट्टी चोखा का असली स्वाद गोइठा पर बनाने पर ही आता है. ऐसे में लिट्टी चोखा के शौकीन लोग बिहार से बाहर भी गोइठा पर बने लिट्टी चोखा का स्वाद लेने के लिए राजधानी पटना के वार्ड संख्या 37 के खटाल मालिक अपने पार्षद की पहल से अब गोइठा ऑनलाइन बाहर के राज्यों में भेज कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. यह कारोबार अब धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा है. ऑनलाइन और फोन के जरिए गोइठा डिलीवरी के दर्जनों आर्डर रोज आ रहे हैं.

पार्षद संजीव आनंद कहते हैं कि अपने समाज को स्वच्छ रखने से पहले अपने आसपास को साफ रखना प्राथमिकता है. इसी कड़ी में उन्होंने देखा कि उनके इलाके में मौजूद खटालों से निकलने वाले गोबर को खटाल मालिक नाले में बहा देते हैं. इससे इलाके में प्रदूषण के साथ-साथ नाला जाम होने की समस्या बनी रहती थी. ऐसे में उन्होंने अपने इलाके में मौजूद खटाल मालिकों को गोइठा बाजारों के साथ-साथ ऑनलाइन माध्यम से बिहार के बाहर भेजने का सुझाव दिया. आज खटाल मालिक गोइठा बनाकर मुनाफा कमा रहे हैं. साथ ही सफाई की समस्या से भी निजात मिल रही है.

गोवा, महाराष्ट्र सहित दक्षिण भारत में होती है सप्लाई : जानकारी के अनुसार, पटना के इस गोइठे की डिमांड सिर्फ आसपास के राज्यों तक सिमित नहीं है. बल्कि लिट्टी चोखा खाने के शौकीन लोग गोवा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश से भी इसे मंगवाते हैं.

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Last Updated : Apr 27, 2022, 6:19 PM IST

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