पटना: पटना के गायघाट उत्तर रक्षा गृह (Gaighat Shelter Home Patna) मामले में अब एक और पीड़िता सामने आ गयी है. महिला विकास मंच की टीम के साथ पीड़िता महिला थाने पहुंची और लिखित शिकायत की. रिमांड होम की सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता के खिलाफ उसने कई गंभीर आरोप लगाये हैं. पटना के महिला थाने में दी गयी अपना शिकायत में पीड़िता नंबर 2 ने बताया कि 2018 में वंदना गुप्ता के रिमांड होम आने के बाद वहां पर बहुत ही गंदा खेल चल रहा था. कब और कैसे बाहर के लड़कों को रिमांड होमके अंदर भेजा जाता था, इसकी जानकारी के साथ साथ मानसिक तौर पर कमजोर लड़िकयों को कैसे नशे का इंजेक्शन और दवाएं दी जाती थीं. इसकी जानकारी भी उसने महिला थाने में दर्ज शिकायत में बतायी हैं.
दूसरी पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वंदना गुप्ता उसे नशे की दवा देती थी. बाहरी लड़कों को रिमांड होम में बुलाती थी. गौरतलब है कि इससे पहले भी एक पीड़िता ने रिमांड होम के अंदर हो रहे इस घिनौने काम को पुलिस प्रशासन के सामने रखा था. मीडिया के सामने आकर उसने रिमांड होम की सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाये थे. पहली पीड़िता का आरोप था कि केयर होम में रहने वाली महिलाओं और बच्चियों को दवा देकर जबरन अनैतिक कार्यों के लिए मजबूर किया जाता है.
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अजनबियों को रिश्तेदार के बताकर रिमांड होम के अंदर आने दिया जाता है. इस खुलासे के बाद भी कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुआ था. एफआईआर दर्ज नहीं किए जाने पर पटना हाईकोर्ट ने गायघाट उत्तर रक्षा गृह मामले में सरकार को फटकार लगाई थी. राज्य सरकार से पूछा गया था कि इस मामले में अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई. बीते सोमवार को सुनवाई के दौरान पीड़िता की ओर से एक हस्तक्षेप याचिका दायर की गई. इसकी प्रति राज्य सरकार को प्राप्त नहीं हुई थी. इस कारण सुनवाई 11 फरवरी तक टाल दी गई.