पटना:राजधानी पटनाके ग्रामीण (Rural Areas of Patna) क्षेत्रों में आज भी लोगों को खुले में शौच जाना पड़ता है, हालांकि फाइलों में पटना जिले को खुले में शौच मुक्त जिला (ODF) घोषित कर दिया गया है. लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि, पटना के ग्रामीण इलाकों में कई ऐसे महादलित टोले हैं, जहां आज तक शौचालय नहीं बना है. आज भी लोग खुले में शौच जाने को विवश हैं.
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लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत खुले में शौच मुक्त को लेकर कई तरह के सरकार द्वारा कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं, यहां तक कि पूरे पटना जिला को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम मसौढ़ी मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर तुलसीचक गांव पहुंची, जहां पर सभी महादलित परिवारों ने सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आज तक हमारे गांव में शौचालय बनवाने के लिए कोई भी नहीं आया है और हमारे गांव में कई बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. यहां तक कि शौचालय तक की सुविधा नहीं मिली है.