कोरोना की तीसरी लहर में पटना बना हॉटस्पॉट, 4 सैंपल की जांच में 1 रिपोर्ट आ रही पॉजिटिव - पटना में एक्टिव केस
बिहार में कोरोना की तीसरी लहर खतरनाक होती जा रही है. पटना कोरोना का हॉटस्पॉट भी बन गया है. पटना में हर दिन पॉजिटिव केस की संख्या बढ़ रही है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...
पटना में कोरोना जांच
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Published : Jan 10, 2022, 10:59 PM IST
पटना: बिहार में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona In Bihar) संक्रामक के साथ-साथ खतरनाक भी होती जा रही है. सोमवार को प्रदेश भर में 1,51,475 सैंपल की जांच हुई. इसमें 4,737 पॉजिटिव मामले मिले हैं. बिहार में पटना कोरोना का हॉटस्पॉट बना (Patna Became Hotspot for Corona Cases) हुआ है. यहां एक्टिव मामलों की संख्या 11,707 है. सोमवार को पटना में 2,566 पॉजिटिव मामले मिले हैं. बताते चलें कि पटना में प्रतिदिन 8000 से 10000 सैंपल की जांच किए जाते हैं. यानी कि लगभग 4 सैंपल की जांच में एक रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है.
पटना में जिस प्रकार से संक्रमण फैला हुआ है. पटना पूरी तरह कोरोना की गिरफ्त में है. कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में पहली बार और नए साल में भी पहली बार 1 दिन में 5 मरीजों की मौत हुई है, जिसमें पटना एम्स में 3 मरीजों की मौत हुई है और इन मरीजों में एक 6 साल का मासूम भी शामिल है. वहीं पीएमसीएच में एक मरीज की मौत हुई है और आईजीआईएमएस में 21 वर्षीय एक युवक की मौत हुई है. युवक एक्सीडेंटल केस के तहत रेफर होकर आया था, लेकिन एडमिट करने से पूर्व जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी. 1 जनवरी से अब तक कोरोना से 10 मरीजों की मौत हो गई है. प्रदेश में अब तक कोरोना से मौतों का आंकड़ा बढ़कर 12,106 हो गया है.
कोरोना की तीसरी लहर में पटना बना हॉटस्पॉट
पटना में विधानसभा भवन हो या फिर सचिवालय भवन, मुख्यमंत्री आवास हो या फिर राजभवन, तमाम जगहों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. इन जगहों पर काम करने वाले अधिकांश कर्मी वर्तमान समय में कोरोना की गिरफ्त में हैं. राजनीतिक गतिविधियों से गुलजार रहने वाला वीरचंद पटेल पथ की बात करें, तो इस रोड पर स्थित प्रदेश की सबसे प्रमुख तीन राजनीतिक पार्टियों के पार्टी दफ्तर की बात करें, तो सभी जगह ताला लटका हुआ है.
जदयू पार्टी दफ्तर हो या राजद पार्टी दफ्तर या भारतीय जनता पार्टी का दफ्तर, तमाम जगहों पर काम करने वाले कई कर्मियों के पॉजिटिव होने पर दफ्तर में ताला लगा दिया गया है. पटना के सभी इलाकों में कोरोना के एक्टिव मामले इस समय मौजूद हैं. पटना में संक्रमण का सबसे अधिक असर चिकित्सा जगत पर पड़ा है. नए साल में 500 से अधिक चिकित्सक कोरोना की चपेट में आए हैं जिसमें नालंदा मेडिकल कॉलेज में ही 350 से अधिक हैं. पीएमसीएच में सोमवार को एक बार फिर से 7 चिकित्सकों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. 50 से अधिक चिकित्सक अस्पताल के कोरोना से संक्रमित हैं. इन सबके अलावा आईजीआईएमएस और एम्स का भी यही हाल है, इन अस्पतालों के भी काफी तादाद में चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव हैं. आरएमआरआई संस्थान के कई चिकित्सकों और वैज्ञानिकों के संक्रमित पाए जाने पर रविवार के दिन संस्थान में आरटीपीसीआर टेस्ट बंद रहा और सैनेटाइजेशन का काम किया गया.