पटनाःयोग गुरु बाबा रामदेव(Yoga Guru Baba Ramdev) के बयान को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) के आज 4 घंटे के लिए ओपीडी सेवा (OPD Services) बंद रखने के आह्वान का असर बिहार के कई अस्पतालों में देखने को मिला. बात पटना एम्स की करें तो, ओपीडी सेवा बंद रखने के कारण आज यहां की स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई. अस्पतल पहुंचे मराजों के वापस लौटना पड़ा है.
पटना एम्स (Patna AIIMS) के सीनियर और जूनियर रेसिडेंट डॉक्टरों (Resident Doctors) ने आज एक दिन का हड़ताल कर दिया है. ये हड़ताल आईएमए (IMA) और आरडीए (RDA) के आह्वान पर किया गया है. हड़ताल पर गए डॉक्टरों ने बाबा रामदेव के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी रक्षा के लिए प्रभावशाली कानून (Effective Law) बनने की मांग की.
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कोरोना मरीज का इलाज और ईमरजेंसी सेवा जारी
बाबा रामदेव के बयानों और डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर 4 घंटे के लिए अस्पतालों में ओपीडी बंद करने के कारण आज पटना एम्स में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गईं. हालांकि अस्पताल में कोरोना के मरीजों का इलाज यथावत जारी है. पटना एम्स के एमएस डॉ सीएम सिंह ने बताया कि आए दिन डॉक्टरों पर हो रहे हमले, नर्सिंग होम में तोड़फोड़, और बाबा रामदेव के दिए गए बयान के विरोध में आज डॉक्टरों ने ओपीडी सेवा बाधित रखने का निर्णय लिया था.
आईएएम के प्रमुख डॉक्टर सहजानंद सिंह ने बताया कि डॉक्टरों पर लगातार हमले हो रहे हैं. नर्सिंग होम में घुसकर डॉक्टरों और कर्मियों के साथ मारपीट की घटनाएं हो रही है. इसके साथ ही बाबा रामदेव ने डॉक्टरों के खिलाफ बयान देकर आग में घी डालने का काम किया है. उन्होंने कहा कि इसके विरोध में आज राजधानी पटना के लगभग 10,000 डॉक्टर और पूरे बिहार के लगभग 40,000 डॉक्टर हड़ताल पर हैं.