पटना :- कोरोना के बढ़ते मामलों ( Covid Cases In Bihar ) के बाद बिहार में बढ़ाई गई सख्ती का असर गुरुवार को नजर आया. दिनभर खुले रहे बाजारों को पटना जिला प्रशासन ने नई गाइडलाइन के तहत आज पहले दिन रात 8 बजे के बाद से लाउडस्पीकर से एनाउंस कर बारी-बारी सभी दुकानों को बंद कराया गया. हांलाकि इस दौरान रात 8 बजते ही अफरातफरी का माहौल दिखा.
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दरअसल, बिहार सरकार ने संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने 6 जनवरी यानी कि आज से पूरे राज्य में 21 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू लागू (Night curfew implemented in Bihar from today ) कर दिया गया है. नई गाइडलाइन का असर रात 8 बजे से पटना के बाजारों और सड़कों पर देखने को मिला. दिनभर खुले रहे बाजारों में अचानक शाम 8 बजे पुलिस प्रशासन पहुंची और दुकानों को बंद किये जाने की अपील की. जिसके बाद लोग जल्दी जल्दी अपने-अपने दुकानों को बंद करते नजर आए.
पुलिस प्रशासन की टीम लाइन से सभी दुकानों को बंद करवाने के लिए अनाउंसमेंट करती नजर आई. बता दें कि सड़क पर भी पुलिस आज से सख्ती बढ़ा दी है. शहर के चारों तरफ पुलिस की जिप्सी लाउडस्पीकर के माध्यम से दुकान बंद करवाते नजर आई तो वहीं, दुकानदार भी आज पुलिस प्रशासन के आदेश के बाद दुकान बंद करते नजर आए. बता दें कि आज रात्रि 10:00 बजे से बिना कारण घूमने निकलने वालों से सख्ती बरती जाएगी. आज से राज्य में नाइट कर्फ्यू पूरे तरीके से लागू है. पुलिस प्रशासन नाइट कर्फ्यू का पालन कराने में जुट गयी है.
आज से सिनेमा हॉल बंद होने से सिनेमा मालिकों का चेहरा मायूस हो गया है. सिनेमा के मैनेजर संजीत पांडेय ने बताया कि, दूसरी लहर को तो किसी तरह झेल चुके हैं. तीसरा लहर झेलना बहुत ही मुश्किल है. तीसरे लहर के शुरुआती समय में ही सिनेमा हॉल को सरकार के द्वारा बंद कर दिया गया है. ऐसे में अब रोजी रोटी का सवाल खड़ा हो जाएगा.
'पहले सरकार जिस तरह से पहले 50% क्षमता के साथ ही सिनेमा हॉल चालू रखा गया था. ठीक उसी प्रकार इस लहर में भी अगर इजाजत दे दे तो काफी अच्छा होता, क्योंकि सिर्फ सिनेमा से एक आदमी का रोजी-रोटी नहीं चलती है. सिनेमा हॉल से हजारों लोगों के घर का चूल्हा भी जलता है.':- संजीत पांडेय, रिजेंट सिनेमा मैनेजर