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पटना में 'कल के कलाकार' थीम पर पेंटिंग प्रतियोगिता की शुरुआत, 28 फरवरी को समापन

पटना में पेंटिंग प्रतियोगिता (Painting Competition Organized in Patna) में स्लम के छोटे-छोटे बच्चों की प्रतिभा देखती बन रही है. बच्चे सुंदर-सुंदर पेंटिंग बना रहे हैं. प्रतियोगिता का समापन 28 फरवरी को होगा. पेंटिंग प्रतियोगिता में काफी संख्या में स्थानीय स्लम के छोटे-छोटे बच्चे शामिल हो रहे हैं.

पटना में पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजन
पटना में पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजन

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Published : Feb 26, 2022, 10:26 PM IST

पटना:राजधानी पटना में पेंटिंग प्रतियोगिताका आयोजन किया गया. कदम कुआं इलाके में शनिवार को रूद्र शक्ति सेना संस्थान (Rudra Shakti Sena Institute) की ओर से निशुल्क शिक्षा कार्यक्रम के तहत चल रहे आओ स्कूल चले अभियान स्कूल में पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. 'कल के कलाकार थीम' पर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता का समापन 28 फरवरी को होगा. पेंटिंग प्रतियोगिता में काफी संख्या में स्थानीय स्लम के छोटे-छोटे बच्चे शामिल हो रहे हैं.

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रूद्र शक्ति सेना ने इस पेंटिंग प्रतियोगिता को निशुल्क रखा है. पेंटिंग प्रतियोगिता को तीन ग्रुप में बांटा गया है. पहले ग्रुप में प्री केजी, दूसरे ग्रुप में एलकेजी और यूकेजी और तीसरे ग्रुप में पांचवीं तक के विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं. पेंटिंग प्रतियोगिता के लिए कई थीम है जैसे कि फ्रूट एंड फ्लावर, कोरोना योद्धा सम्मान आदि. आओ स्कूल चले अभियान स्कूल के शिक्षक अमित कुमार ने बताया कि कोरोना काल के बाद उत्पन्न हालात को देखते हुए उन लोगों ने निशुल्क शिक्षा के तहत इस स्कूल की शुरुआत की है.

यहां विद्यार्थियों की शिक्षा निशुल्क दी जाती है और उन्हें ड्रेस, पेन, पेपर, पेंसिल, कॉपी, रबर, वाटर बोतल, बैग इत्यादि सभी संस्था की तरफ से निशुल्क दी जाती है. संस्था को समाज के कई संपन्न लोगों का समर्थन और सहयोग मिल रहा है. बच्चे स्कूल नहीं जाते थे. वहीं, अब अच्छी पेंटिंग बनाने की कोशिश कर रहे हैं. बच्चों को शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान से नहीं बल्कि उनके भावनाओं को समझ कर भी दी जा सकती है.

'संस्थान में बच्चों को पूरी शिक्षा निशुल्क दी जाती है और शिक्षक भी निशुल्क सेवा देते हैं. आसपास के पढ़े-लिखे लड़के और लड़कियां यहां अपना शिक्षा दान करते हैं. बच्चों से जुड़ कर उन्हें पढ़ाते हैं. यहां राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत और गायत्री मंत्र बच्चों को सिखाई जाती है. यह भी सिखाया जाता है कि स्कूल के लिए जब घर से निकलें तो माता-पिता के पैर छूकर निकलें. इन बच्चों के अभिभावकों में भी बच्चों को पढ़ाने को लेकर उत्साह दिख रहा है.'- नीरज हिंदू, पटना जिला अध्यक्ष, रूद्र शक्ति सेना

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