पटना:जातीय जनगणना(Cast Census) को लेकर बिहार में लंबे समय से राजनीति गरमायी हुई है. अलग-अलग दलों की ओर से लगातार बयानबाजी हो रही है. इस बीच बीजेपी (BJP) कोटे से मंत्री नीरज कुमार बबलू (Neeraj Kumar Bablu) के बयान के बाद आरजेडी (RJD) ने भी निशाना साधा है. प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी के लोग इधर उधर की बातें करते हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मिलने वाले डेलिगेशन में बीजेपी के मंत्री भी शामिल थे. सच तो ये है कि बीजेपी जातीय जनगणना नहीं कराने पर फंस गई है.
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आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जातीय जनगणना पर बीजेपी अलग-थलग पड़ गई है. एनडीए के सभी सहयोगी दल हमलोगों के साथ है. सभी लोग चाहते हैं कि जातीय जनगणना हो, केवल बीजेपी ही ऐसा नहीं चाहती है.
वहीं, जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इसे लंबे समय से इस मांग को उठाते रहे हैं. फिर से इस मामले को हम लोग उठाएंगे. केंद्र को पुनर्विचार करना चाहिए.
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दरअसल, बीजेपी नेता नीरज कुमार बबलू ने जातीय जनगणना से पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की मांग की है. अल्पसंख्यकों की गणना कराने की भी बात भी कही. नीरज के बयान पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी के लोग मुद्दे पर आना नहीं चाहते हैं, अब जातीय जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी के सहयोगी भी हम लोगों के साथ हैं. बीजेपी तो इसमें फंस गई है.
उधर, दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वे केंद्र सरकार से जातीय जनणगना पर पुनर्विचार की मांग करेंगे. साथ ही कहा कि अगर केंद्र सरकार जातीय जनगणना नहीं कराएगी और सुप्रीम कोर्ट का निर्णय पक्ष में नहीं आता है तो हम लोग बिहार के सभी दल आपस में बैठेंगे, फिर निर्णय लेंगे कि बिहार में इसको किस तरह कराया जाए.