पटना:राजधानी पटना में डेंगू की स्थिति भयावह होती जा रही है. सोमवार को डेंगू से 9 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई है. मृतक आरव राज लोजपा (रामविलास) के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार कल्लू का बड़ा बेटा था. बीते 3 दिनों में डेंगू से 3 मासूम की मौत हुई है. रविवार को भी एनएमसीएच में डेंगू पीड़ित 4 माह की बच्ची की मौत हो गई थी. इससे पहले एनएमसीएच में ही शनिवार को नालंदा के 5 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई थी. एनएमसीएच में ही 10 अक्टूबर को मसौढ़ी के एक 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी थी. पटना में अब तक अक्टूबर में डेंगू से 5 मौतें दर्ज की गई है, जिसमें 10 साल से कम उम्र के 4 बच्चे शामिल हैं. डेंगू से मौत के आंकड़े को देखें तो बच्चों को लेकर के काफी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.
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पटना में 213 डेंगू पीड़ित मिलेः बीते 24 घंटे में प्रदेश में डेंगू के 305 नए मामले सामने आए हैं. पटना में 213 डेंगू पीड़ित मिले हैं. पटना में सबसे अधिक डेंगू का प्रभाव अजीमाबाद अंचल में देखने को मिल रहा है. उसके बाद बांकीपुर अंचल और पाटलिपुत्र अंचल है. पटना के सभी अंचलों में डेंगू का व्यापक प्रभाव है. डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग कई विभागों के साथ मिलकर व्यापक पैमाने पर एंटी लार्वा डिसइनफेक्टेंट का फॉगिंग करा रहा है. जिला प्रशासन की ओर से डेंगू के मामले बढ़ने के साथ-साथ सिविल सर्जन कार्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, ताकि लोग फोन कर छिड़काव के लिए टीम बुला सके. यदि स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी होती है तो चिकित्सीय परामर्श भी ले सकेंगे. कंट्रोल रूम का दूरभाष संख्या है 0612- 2951964 है. इसके अलावा 7739851777 नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज भेज कर जरूरी सूचनाएं ले सकते हैं.
डेंगू के पिछले 6 वर्षों के आंकड़े
- 2018- 1578 मरीज
- 2019- 4905 मरीज
- 2020- 243 मरीज
- 2021- 353 मरीज
- 2022- 3155(मरीज, अबतक मिले)
लगभग 90 फीसदी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रहीः विशेषज्ञों का कहना है कि यह पिछले 6 सालों के डेंगू के रिकॉर्ड को तोड़ सकता है. इन आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2019 में ही डेंगू के पटना में अब तक के सर्वाधिक 4905 मामले मिले थे. उस वर्ष पटना जलजमाव से त्रस्त था और पटना के कई इलाके भारी बारिश हुई थी. कई दिनों तक जलजमाव की स्थिति बनी थी. उसके बाद के 2 वर्षों 2020 और 2021 में डेंगू के मामलों की संख्या नगण्य रही थी. लेकिन इस वर्ष अब तक 3155 मामले डेंगू के सामने आ गए हैं. रोजाना डेंगू के नए मामलों की संख्या पिछले दिनों के अपेक्षाकृत अधिक मिल रही है. पटना के न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में प्रतिदिन डेंगू के 130 से 150 की संख्या में जांच हो रही है. इनमें 105 से लेकर 120 की संख्या में डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट मिल रही है. अस्पताल के लैब टेक्नीशियन का कहना है कि डेंगू की जांच कराने के लिए मरीज इतने अधिक आ रहे हैं कि समय खत्म होने के बाद भी मरीजों का सैंपल कलेक्ट करना पड़ रहा है. कलेक्ट किए गए सैंपल में लगभग 90 फीसदी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है.
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जानिए क्या है डेंगू मच्छर?
जिस मच्छर के काटने से डेंगू होता है, उस मच्छर का नाम मादा एडीज मच्छर है. यह दिखने में भी सामान्य मच्छर से अलग होता है और इसके शरीर पर चीते जैसी धारियां बनी होती है. यह मच्छर अक्सर रोशनी में ही काटते हैं. डेंगू के मच्छर दिन में खासकर सुबह के वक्त काटते हैं. वहीं, अगर रात में रोशनी ज्यादा है तो भी यह मच्छर काट सकते हैं. इसलिए सुबह और दिन के वक्त इन मच्छरों का ज्यादा ध्यान रखें. एडीज बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता. इंसान के घुटने के नीचे तक ही पहुंच होती है.