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जानें कब से शुरू हो रहा भोलेनाथ का पावन महीना सावन, इस साल कितने पड़ रहे सोमवार

भगवान शिव का पावन महीना सावन 25 जुलाई से शुरू हो रहा है. इस बार सावन रविवार को शुरू हो रहा है और रविवार को ही समाप्त हो रहा है. आइए जानते हैं कि साल 2021 सावन में कितने सोमवार पड़ रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 6, 2021, 6:16 AM IST

फोटो यूट्यूब ग्रैब
फोटो यूट्यूब ग्रैब

पटना:सावन का महीना( Month Of Sawan ) सबसे पवित्र महीना माना जाता है. इस महीने मेंभगवान शिव ( Worship Of Lord Shiva ) की पूजा की जाती है. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, यह साल का पांचवा महीना है. यह महीना भगवान शिव ( Bhagwan Shiv ) समर्पित है. इस महीने में भगवान शिव पर जलाभिषेक करने मात्र से ही सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है.

कब से शुरू हो रहा सावान
भगवान शिव ( Bholenath ) का महीना इस बार 25 जुलाई से शुरू हो रहा है. मान्यता है कि इस महीने में सच्चे मन से भक्त अगर भगवान शिव की पूजा और जलाभिषेक करें तो भोलेनाथ उनके सभी कष्टों को हर लेते हैं. सावन महीना में सामवार ( Sawan Somwar ) का बहुत महत्व है. इस दिन व्रत रखने का विधान है.

इस बार कितने सोमवार
साल 2021 के सावन में कुल 4 सोमवार है. हिन्दू कैलेंडरके अनुसार, इस बार सावन 25 जुलाई से शुरू होगा और 22 अगस्त को समाप्त होगा. 22 अगस्त को पूर्णिमा है और इस दिन रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है. इस साल सावन रविवार को शुरू हो रहा है और रविवार को ही समाप्त हो रहा है.

कब-कब है सावन सोमवार

  1. 26 जुलाई 2021- पहला सोमवार
  2. 2 अगस्त 2021- दूसरा सोमवार
  3. 9 अगस्त 2021- तीसरा सोमवार
  4. 16 अगस्त 2021- चौथा सोमवार

सावन महीने का महत्व

  • इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
  • सावन सोमवार के व्रत का फल बहुत जल्दी मिलता है.
  • अगर विवाह में परेशानियां आ रही हैं उन्हें इस महीने में भगवान शंकर की विशेष पूजा करनी चाहिए.
  • मान्यता है कि भगवान शिव की कृपा से विवाह संबंधित समस्याएं दूर हो जाती हैं.
  • सावन में शिव की पूजा करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

सावन महीने में कैसे करें पूजा

  • इस महीने में सुबह जल्दी उठें
  • स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ वस्त्र धारण करें.
  • घर के मंदिर में पूजा करें और देवी-देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें.
  • इसके बाद शिवलिंग पर गंगा जल और दूध चढ़ाएं और पुष्प अर्पित करें.
  • इसके बाद शिवलिंग पर बेल पत्र चढ़ाएं.
  • इसके बाद भोलेनाथ की आरती करें और भोग लगाएं.
  • ध्यान रखें कि इस महीने में भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करें.

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