नई दिल्ली/पटना: महाराष्ट्र की सियासत में बहुत बड़ा उलटफेर हुआ है. बीजेपी और एनसीपी ने मिलकर राज्य में सरकार बनाई है. इतने बड़े बदलाव पर आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि एक बार फिर संविधान की हत्या हुई. यह पूरा घटनाक्रम एक बीमार लोकतंत्र की पहचान है.
महाराष्ट्र प्रकरण पर मनोज झा का बयान- एक बार फिर बीजेपी ने कर दी संविधान की हत्या - ncp chief sharad pawar
मनोज झा ने कहा कि महाराष्ट्र में संविधान का कत्ल हुआ है. 3 दिन बाद हम संविधान दिवस मनाएंगे, मुझे लगता है कि संविधान की मृत्यु का दिवस मनाया जाना चाहिए. बीजेपी ने संविधान की सांसें रोक दी हैं.
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'महाराष्ट्र में संविधान का कत्ल'
मनोज झा ने कहा कि महाराष्ट्र में संविधान का कत्ल हुआ है. 3 दिन बाद हम संविधान दिवस मनाएंगे, मुझे लगता है कि संविधान की मृत्यु का दिवस मनाया जाना चाहिए. बीजेपी ने संविधान की सांसें रोक दी हैं. बीजेपी ने सरकार बनाने के लिए गोवा में जो भी कुछ किया उसका पुस्तकालय संस्करण महाराष्ट्र में हुआ है, यह शर्म की बात है.
'बीमार लोकतंत्र का द्योतक पूरा घटनाक्रम'
मनोज झा ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी तो वहां भी बहुमत साबित कर लेती है जहां चुनाव हार चुकी होती है. उन्होंने कहा कि अजीत पवार को बीजेपी ने दो विकल्प दिया था अंदर आओ या अंदर जाओ. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो भी कुछ हुआ है वह बीमार लोकतंत्र का द्योतक है. मनोज झा ने कहा कि अजित पवार ने जो भी निर्णय लिया है वह अपने मन से लिया है. इसमें एनसीपी प्रमुख शरद पवार से उन्होंने कोई बातचीत नहीं की.