पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोमवार को अपने आवास से टीकाकरण जागरुकता को लेकर 7 रथों को रवाना (Mangal Pandey flagged off awareness chariot) किया. इस मौके पर उनके साथ कई अधिकारी मौजूद रहे. ये रथ बिहार के कोने-कोने में जाकर लोगों मिशन इंद्रधनुष को लेकर लोगों को जागरुक (Rath will aware about vaccination) करने का काम करेगा.
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रथ रवाना करने के बाद बोले मंगल पांडेय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, पटना के सौजन्य से कोविड 19 टीकाकरण, मिशन इंद्रधनुष 4.0, आत्मनिर्भर भारत एवं केंद्र सरकार की अन्य फ्लैगशीप योजनाओं के प्रचार-प्रसार के सात जागरूकता रथों को स्वास्थ्य मंत्री ने अपने आवास से रवाना किया.
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इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, कोरोना टीकाकरण इसका प्रमाण है कि अगर जनभागिदारी हो तो कुछ भी असंभव नहीं है. कार्यक्रम में नाट्य मंडली द्वारा जागरूकता गीत और नृत्य प्रस्तुत किया गया और कोरोना से बचाव को प्रेरित किया गया. मौके पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अपर महानिदेशक एस. के. मालवीय सहित कई वरीय अधिकारी उपस्थित रहे.
मंगल पांडेय ने कहा कि ये रथ राज्य के चयनित 19 जिलों में 20 दिनों तक घूम-घम कर लोगों को टीकाकरण को लेकर जागरूक करेगा. साथ ही नाट्य मंडली द्वारा विभिन्न प्रखंडों में कोरोना टीकाकरण हेतु जन-जागरुकता अभियान चलाया जायेगा. केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार शत-प्रतिशत लोगों को कोविड टीकाकृत करने को विभिन्न माध्यमों से लोगों को जागरूक कर रही है.
स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्व के शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि पहले कितने लोग इलाज करवाने के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचे थे? अस्पतालों की क्या स्थिति थी? पीएम मोदी और नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार विस्तार हो रहा है. अस्पताल के विभागों में काफी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं.
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