पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के पहले महागठबंधन के नेता अलग-अलग राग अलाप रहे हैं. एक ओर जहां आरजेडी ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन का चेहरा घोषित कर रखा है तो दूसरी ओर कांग्रेस ने इस पर चुप्पी साधे रखी है. वहीं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी ने 80 सीटों पर अपना दावा ठोक दिया है. हालांकि इन तमाम मुद्दों पर कांग्रेस ने दो टूक जवाब दे दिया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने मांझी के 80 सीट पर लड़ने वाले बयान से असहमति जताई.
महागठबंधन में खींचतान, मांझी के 80 सीट की मांग पर मदन मोहन झा ने जताई असहमति
मदन मोहन झा का मानना है कि अभी विधानसभा चुनाव में समय है. बहुत पहले से ही तमाम अटकलें लगाई जा रहीं हैं. उन्हें लगता है कि इस चुनाव से पहले महागठबंधन में शायद कई दल अलग हो और कुछ नए चेहरे साथ जुड़ सकते है. यानि महागठबंधन का मौजूदा स्वरुप बदल सकता है.
'बदल सकता है महागठबंधन का मौजूदा स्वरुप'
मदन मोहन झा का मानना है कि अभी विधानसभा चुनाव में समय है. बहुत पहले से ही तमाम अटकलें लगाई जा रहीं हैं. उन्हें लगता है कि इस चुनाव से पहले महागठबंधन में शायद कई दल अलग हो और कुछ नए चेहरे साथ जुड़ सकते है. यानि महागठबंधन का मौजूदा स्वरुप बदल सकता है. झा तेजस्वी के नेतृत्व वाले मसले पर भी कुछ स्पष्ट बोलने से बचते दिखते हैं.इसका निर्णय पार्टी के शीर्ष नेताओं पर छोड़ते हुए वे कहते हैं कि यह सब समय पर तय हो जाएगा.
'243 सीटों पर तैयारी कर रही है कांग्रेस'
इससे पहले जीतन राम मांझी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का अपनी इच्छा जाहिर कर चुके हैं. इस मसले पर भी मदन मोहन झा ने उनके इस बयान का समर्थन नहीं किया. कांग्रेस का मानना है कि महागठबंधन का स्वरूप तैयार होने के बाद ही सीटों पर चर्चा हो सकेगी. कांग्रेस भी 243 सीटों पर तैयारी कर रही है, ताकि समय आने पर वे अपने उम्मीदवार या सहयोगी उम्मीदवार को भरपूर मदद और समर्थन कर सके. इसका मतलब यह नहीं कि कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.