पटना: राजधानी को बेहतर करने के लिए पटना नगर निगम लाख दावा करता हो,लेकिन निगम के दावे हर बार हवा-हवाई साबित होते हैं. कचड़े की रीसाइक्लिंग के लिए पटना नगर निगम ने एकसाल पहले मशीन मंगवाई थी और उसे गर्दनीबाग कचड़ा पॉइंट के पास था. लेकिन वह मशीन खुद आज के दिन में कचड़ा बन रही है.
पटना: खुद कचड़े में तब्दील हुई री-साइक्लिंग के लिए मंगवाई गई मशीनें, निगम के दावों की खुली पोल - member of strong standing committee of patna municipal corporation indradip chandravanshi
पटना नगर निगम की सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी ने बताया कि उस मशीन के लिए अभी तक किसी एजेंसी का चयन नहीं हुआ था. इसलिए मशीन को चालू करने में समय लग गया. निगम ने अब एजेंसी का चयन कर लिया है कुछ दिन में वह मशीन काम करना शुरू कर देगी.
'कुछ दिन में काम करना शुरू कर देगी मशीन'
इस मशीन को चालू करने के लिए निगम अभी कोई तैयारी भी नहीं कर रहा है. इस बारे में जब निगम के अधिकारी भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए. पटना नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी ने बताया कि उस मशीन के लिए अभी तक किसी एजेंसी का चयन नहीं हुआ था. इसलिए मशीन को चालू करने में समय लग गया. निगम ने अब एजेंसी का चयन कर लिया है कुछ दिन में वह मशीन काम करना शुरू कर देगी.
'खुले में नहीं लगेगा कचरे का अंबार'
पिछले दिनों शहर में कचरे के बढ़ते पहाड़ की रिसाइक्लिंग के लिए करोड़ों की लागत से मशीन मंगवाई थी. उस मशीन से कचड़े की रीसाइक्लिंग के बाद रामा चक बैरिया में बने कचड़े के लिए बनाए गए डंपयार्ड में रखा जाएगा. रीसाइक्लिंग शुरू होते ही शहर साफ और सुंदर दिखेगा. रीसाइक्लिंग का यह काम 2020 के अंत तक शुरू होगा.