पटना:बिहार की राजधानी पटना (Patna) में शराब माफियाओं (Liquor Mafia) व प्रशासन के गठजोड़ से चल रहे शराब के अवैध कारोबार (Illegal Liquor Trade) से परेशान बेऊर थाना के बेतौरा गांव के लोगों ने मोर्चा संभाल लिया है. लोगों ने अवैध शराब के कारोबार का जमकर विरोध किया. उन्होंने शराब कारोबारियों के निर्मित व अर्धनिर्मित शराब को तहस-नहस कर दिया.
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ग्रामीणों का कहना था कि अनेकों बार इसकी शिकायत बेऊर थाना से की गई किंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई. प्रशासन व शराब माफियाओं के गठजोड़ से आजिज होकर ग्रामीणों को ऐसा कदम उठाना पड़ा. मामले को देख घटनास्थल पर बेऊर थाने से पुलिस पहुंची लेकिन उसने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.
पुलिस कर्मी मूकदर्शक बनकर देखते रह गए और स्थानीय लोगों ने अवैध रूप से चलायी जा रही शराब की भट्टी को नष्ट कर दिया. दरअसल राजधानी पटना के बेवर थाना अंतर्गत मोहल्ले में कई महीनों से अवैध रूप से शराब का व्यवसाय फल-फूल रहा था. इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने कई बार थाने में की. इसके बावजूद उन पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई. स्थानीय लोगों का मानना है कि अवैध शराब की वजह से स्थानीय लोग इसका सेवन करने लगे थे. बाहर से भी लोग यहां पहुंचकर शराब पीते थे. इससे उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था. अक्सर शराब के नशे में वहां हंगामा होता था.
बता दें कि बिहार में 5 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी (Liquor Ban in bihar) है इसके बावजूद भी बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी कानून लागू नहीं हो पा रहा है. शराब का व्यवसाय बिहार में अवैध रूप से फल फूल रहा है. लॉकडाउन (Lockdown) के बाद एक बार फिर से राज्य में शराब के कारोबार में वृद्धि दर्ज की जा रही है.