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जहरीली शराब मामले में लोजपा (रा) का नीतीश सरकार पर निशाना, 25 लाख मुआवजे की मांग की

बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब पीने से कई लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. दिवाली से ठीक पहले इतनी संख्या में शराब पीने से लोगों की मौत पर सवाल खड़े हो रहे हैं. विपक्ष ने सीएम से पीड़ितों को मुआवजा व नौकरी देने की मांग की है.

chirag paswan
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Published : Nov 5, 2021, 2:49 PM IST

पटनाःबिहार में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) से 48 घंटे में 33 लोगों की मौत हो चुकी है. बेतिया, मुजफ्फरपुर और गोपालगंज में हुई मौतों पर विपक्ष लगातार राज्य सरकार पर हमलावर है. विपक्ष की ओर लोजपा (रामविलास) के प्रवक्ता चंदन सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) से पीड़ित परिवारों से मिलने की मांग की है. साथ ही सरकार के दावों पर सवाल खड़े करते हुए पीड़ितों को मुआवजा व नौकरी देने की मांग की है.

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लोजपा (आर) के प्रवक्ता चंदन सिंह ने आगे कहा है कि सरकार ने गलत शराब नीति बनाई है. सबसे गरीब और दलित समाज के लोग या तो जेल में है या जहरीली शराब से मर रहे हैं. बिहार सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा बिहार के गरीब और दलित भोग रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीड़ितों के गांवों में जाकर उनके परिवार वालों को सांत्वना देना चाहिए. मृतक परिवार के आश्रित को एक सरकारी नौकरी और 25 लाख रुपये मुआवजा देना चाहिए.

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लोजपा (आर) के प्रवक्ता ने आगे कहा कि जहरीली शराब बिहार में कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी कई जिलों में जहरीली शराब से दर्जनों लोगों की जानें गई हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गलत शराब नीति से बिहार के गरीब शोषित दलित समाज के लोगों को शराब पीकर पकड़े जाने की वजह से या तो जेल के अंदर हैं या फिर जहरीली शराब पीने से उनकी मौत हो जाती है. राज्य सरकार को शराब नीति पर पुनर्विचार करना चाहिए.

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