पटना:धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने (Removal of Loudspeakers from Religious Places) को लेकर देशभर में चर्चा लगातार जारी है. यह विवाद भले ही महाराष्ट्र से शुरू हुआ था लेकिन देश के अन्य हिस्सों में भी इसको लेकर खूब राजनीति हो रही है. उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर को उतरवाये जा रहे हैं. अब यह विवाद बिहार (Removing Loudspeakers from Mosques in Bihar) भी पहुंच गया है. इसे लेकर नेताओं की बयानबाजी भी शुरू हो गयी है. बीजेपी की ओर से इसके पक्ष में बयान दिये जा रहे हैं तो विपक्ष मुख्य मुद्दों को गौण करने का आरोप लगा रहा है. बिहार में नेता प्रतिपक्षतेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) ने भी बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बताते हुए बीजेपी को घेरा.
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पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के इफ्तार में पहुंचे तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav on removing loudspeakers) ने कहा कि हम लोग हर त्योहार, चाहे रमजान का महीना हो, छठ हो, एक दूसरे को बुलाते हैं. जब मेरी मां छठ करती थीं तो सभी आते थे, अर्घ्य दिया करते थे. ये तो खुशी का पल है. ये सभी धर्मों के प्रति रहे. हम लोगों की कामना है. लाउडस्पीकर के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमने तो स्पष्ट कहा है कि इसमें जो वजह दिया गया है कि इस वजह से नींद टूट जाती है. लोगों को तकलीफ होती है. वो वजह उचित नहीं. बेरोजगारी से लोगों की जिंदगी तबाह हो रही है. चर्चा बेरोजगारी पर होनी चाहिए ना की नींद पर.
'मेरा सवाल है जब कोई बेरोजगार है, उसको रोजगार नहीं मिलती, जिंदगी तबाह हो जाती है. ज्यादा चर्चा किस पर करनी चाहिए? महंगाई से कमर टूट जाती है, भविष्य खराब हो जाता है, उस पर चर्चा होनी चाहिए कि एक नींद की बात है.'-नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव