पटना:आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर केंद्रीय विद्युत मंत्रालय (Union Ministry of Power) द्वारा 25 जुलाई से 30 जुलाई 2022 तक बिहार के 38 जिले सहित देश के 773 जिलों में मनाए जा रहे बिजली महोत्सव का समापन (last day of the Electricity Festival) आज प्रधानमंत्री के संबोधन के साथ हुआ. इस दौरान पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 5200 करोड़ रुपये से अधिक की एनटीपीसी की विभिन्न हरित ऊर्जा परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया. इसके साथ ही विद्युत क्षेत्र के लिए पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना का भी शुभारंभ किया. कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब 2005 में बिहार की कमान संभाली थी, तब से अब तक बिजली के क्षेत्र में बिहार की उपलब्धियां ऐतिहासिक हैं.
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'पिछले 8 वर्षों में मुख्यमंत्री के दृढ़ निश्चय और योजनाओं की सही रूप-रेखा ने हर घर में बिजली पहुंचाई है. तथा समय से पूर्व इस महत्वकांक्षी लक्ष्य को हासिल किया है. इसके लिए बिजली विभाग के अभियंता निश्चित रूप से बधाई के पात्र हैं. मुख्यमंत्री के निश्चय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के कारण बिहार अंधकार से बाहर तो निकला ही है, साथ में आज सरप्लस पावर स्टेट भी बन चुका है. तथा यहां से बिजली अब बाहर भी भेजी जा रही है. आजादी का यह 75वां वर्ष नए भारत के विकास के पथ में मील का पत्थर साबित हुआ है और देश के लिए यह गौरव का क्षण है. ऊर्जा विभाग की उपलब्धियों पर चर्चा के साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि पम्प स्टोरेज ऊर्जा उत्पादन की ओर भी कार्य किया जा रहा है. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ऊर्जा क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं. आज की वर्तमान परिस्थिति में यह अत्यंत आवश्यक है कि हमें गैर- जीवाश्म ईंधन से नवीकरणीय ऊर्जा की ओर अग्रसारित होना चाहिए. लखीसराय जिले के कजरा और भागलपुर जिले के पीरपैंती में लगभग 400-450 मेगावाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा परियोजना के निर्माण की कार्रवाई की जा रही है, जिससे सौर्य ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा.'- बिजेंद्र प्रसाद यादव, ऊर्जा मंत्री
बिजली महोत्सव का समापन :ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव नेकहा कि राज्य में 250 मेगावाट की क्षमता का ग्राउंड माउन्टेड सोलर परियोजना के निर्माण एवं उससे उत्पादित बिजली, बिहार को उपलब्ध कराने हेतु ब्रेडा द्वारा निविदा के माध्यम से एजेंसी का चयन कर लिया गया है. 200 मेगावाट के उत्पादन हेतु एजेंसी के साथ एकरारनामा कर लिया गया है, जिससे वर्ष 2023 के अंत तक बिजली उपलब्ध हो सकेगी. यह भी बताया कि आने वाली इन योजनाओं की व्यवस्था से बिहार देश का ऐसा पहला राज्य होगा जहां दो महत्वपूर्ण ऐतिहासिक जगहों (राजगीर एवं बोधगया) को चौबीसों घंटे हरित ऊर्जा की आपूर्ति की जाएगी. स्मार्ट प्रीपेड मीटर पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हमलोगों को गर्व है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के जरिये बिहार ने देश को राह दिखाई है.आज देश में जितने स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगे हैं, उनमें 85 प्रतिशत अकेले बिहार में लगे हैं.