पटना:परिवार में घरेलू हिंसा और अपराध का असर बुजुर्गों पर अधिक पड़ता है. अक्सर कई ऐसे मामले सामने आते हैं, जहां देखा जाता है कि घरेलू हिंसा में घर के बुजुर्गों को परिवार वाले सहारा देने से इंकार करने लगते हैं. ऐसे में बिहार सरकार (Bihar Government) ने एक बेहतरीन निर्णय लिया है. समाज के उपेक्षित बुजुर्गों, बच्चों और बालिकाओं के लिए समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) ने राज्य के सभी जिलों में 5 एकड़ के भूखण्ड पर वृहद आश्रय गृह (Large Shelter Home) बनाने का फैसला लिया है. इस 5 एकड़ वृहद आश्रय में वृद्धाश्रम, बालगृह और बालिका गृह एक ही कैम्पस में होगा.
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समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी (Minister Madan Sahni) ने बताया कि इसके निर्माण की कार्ययोजना बहुत जल्द शुरू होगी. इसके बन जाने से एक ही स्थान पर बाल गृह, बालिका गृह, वृद्ध आश्रम या विभाग के द्वारा संचालित जितने गृह हैं, एक ही बाउंड्री के अंदर रहेंगे. जहां पर बालक और बालिकाओं को पढ़ने के साथ-साथ खेलने की भी व्यवस्था की जाएगी. साथ ही वृद्ध आश्रम में रह रहे बुजुर्ग महिला और पुरुषों को साल में तीन बार विभाग के द्वारा पर्यटन स्थल या धार्मिक स्थल का दर्शन कराया जाएगा.
''कैंपस में मेडिकल की भी सुविधा रहेगी, जिससे कि अगर किसी प्रकार की कोई परेशानी वृद्ध आश्रम या बालिका गृह के बच्चों को होती है, तो उसे तुरंत मेडिकल टीम मेडिकल ट्रीटमेंट करने का काम करेगी. समाज कल्याण विभाग की पहल पर राज्य के सभी जिलों में 5 एकड़ भूखंडों पर वृद्ध आश्रम, बाल गृह बालिका गृह के साथ-साथ समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सभी तरह के गृह का निर्माण की शुरुआत बहुत जल्द कराई जाएगी. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि समाज कल्याण भूले-भटके, बेसहारा और परित्यक्त नवजात, बालक, बालिका, महिला और बुजुर्गों को अब एक ही स्थान पर आश्रय देने की तैयारी में जुटा हुआ है.''-मदन सहनी, मंत्री, समाज कल्याण विभाग