पटना:राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने (Withdraw of all three Agricultural Laws) की घोषणा कर दिया है. विपक्षी पार्टियां इस इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साध रहीं हैं. आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने भी तीनों कृषि कानून वापस लेने पर किसानों को बधाई देते हुए कहा कि विश्व के सबसे लंबे, शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक किसान सत्याग्रह के सफल होने पर बधाई.
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लालू यादव ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि- 'पूंजीपरस्त सरकार व उसके मंत्रियों ने किसानों को आतंकवादी, खालिस्तानी, आढ़तिए, मुट्ठीभर लोग, देशद्रोही इत्यादि कहकर देश की एकता और सौहार्द को खंड-खंड कर बहुसंख्यक श्रमशील आबादी में एक अविश्वास पैदा किया.' बता दें कि बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने भी इसे लेकर केंद्र सरकार पर प्रहार किया. पीएम की घोषणा के तत्काल बाद उन्होंने लागातार तीन ट्वीट किये.
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पहले ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा कि 'और अहंकार टूट गया.' उसके बाद लिखा 'किसान की जीत, देश की जीत, पूंजीपतियों, उनके रखवालों और सरकार की हार.' एकता में शक्ति है. यह सबों की सामूहिक जीत है. बेरोजगारी, महंगाई, निजीकरण के खिलाफ हमारी जंग जारी रहेगी. उपचुनाव हारे तो उन्होंने पेट्रोल-डीजल पर दिखावटी ही सही लेकिन थोड़ा सा टैक्स कम किया. यूपी, उत्तराखंड, पंजाब की हार के डर से तीनों काले कृषि कानून वापस लेने पड़ रहे हैं.