पटना: कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर देशभर में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. इस वजह से केंद्र सरकार ने लॉक डाउन का समय 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है. इस लॉक डाउन 2.0 में गरीबों, असहाय लोगों और दैनिक मजदूरी करने वालों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. उनके पास खाने के लाले पड़ गए हैं और उनके भूखों मरने की नौबत आ गई है. ऐसे लोगों के लिए अब पुलिस वाले आगे आए हैं.
पटना: Lockdown 2.0 में पुलिस बनी गरीबों की मसीहा, महिला थाना प्रभारी बांट रही हैं भोजन के पैकेट - lock down 2.0
महिला थाना प्रभारी आरती जायसवाल भी गरीबों की मदद के लिए आगे आईं हैं. वो रोजाना सचिवालय के पास आकर स्लम बस्तियों में गरीब बच्चों के बीच भोजन के पैकेट बांट रही हैं. साथ ही वो लोगों को लॉक डाउन के नियमों का पालन करने के लिए भी जागरुक कर रही हैं.
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पुलिस वाले बने गरीबों के मसीहा
गरीबों के लिए मसीहा बनकर उभरे पुलिस वाले हर दिन उनकी मदद कर रहे हैं. साथ ही लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि आप अपने घरों में रहें. इससे आप भी सुरक्षित रहेंगें और दूसरों को भी सुरक्षित रखेंगें. हालांकि लोग घरों में तो रह रहे हैं लेकिन, गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों के पास न तो रोजगार है और न ही पैसे. ऐसे में पुलिस कर्मी इनके बीच खाने के पैकेट बांट रहे हैं.
महिला थाना प्रभारी कर रहीं हैं गरीबों की मदद
महिला थाना प्रभारी आरती जायसवाल भी इन्हीं पुलिस वालों में से एक हैं जो गरीबों की मदद के लिए आगे आईं हैं. वो रोजाना सचिवालय के पास आकर स्लम बस्तियों में गरीब बच्चों के बीच भोजन के पैकेट बांट रहीं हैं. साथ ही वो लोगों को लॉक डाउन के नियमों का पालन करने के लिए भी जागरुक कर रहीं हैं. आरती उन्हें कहती हैं कि हमेशा ही आपसी दूरी बनाकर रखें. वो खुद भी सोशल डिस्टेंस बनाकर ही उनके बीच भोजन बांट रहीं हैं.