पटनाःबिहार में लॉकडाउनलगाए जाने के वक्त हर दिन करीब 15,000 कोरोना संक्रमण के नए मामले आ रहे थे. लेकिन लॉकडाउन के बाद से ही बिहार में कोरोना के मामलो में गिरावट आई है. राज्य में कोरोना संक्रमणके आंकड़े में अब प्रतिदिन 6000 या उससे कम सामने आ रहे हैं. लेकिन इस बीच कोरोना से होनोवाली मौतों ने सबकी चिंता बढ़ा दी है. हर दिन हो रही मौतों का आंकड़ा अब रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. ईटीवी ने इसके पीछे की वजह जानना का प्रयास किया है.
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मौतों का आंकड़ा बढ़ा
दरअसल बिहार सहित पूरे देश में कोविड संक्रमण के मामले पिछले एक हफ्ते में तेजी से घटे हैं. हालांकि कोविड-19 से हो रही मौत के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह लगातार बढ़ रहा है. आंकड़ों के मुताबिक 6 मई तक चार लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले हर दिन देश में रिकॉर्ड हो रहे थे. लेकिन 1 हफ्ते के बाद यह 2.65 लाख प्रति दिन पर आ गए हैं. लेकिन 18 मई के आंकड़ों पर गौर करें तो एक तरफ जहां 2.67 लाख नए कोविड-19 के केस रिकॉर्ड हुए वहीं उसी दिन कोरोना से होनेवाली मौतों का आंकड़ा 4,529 दर्ज किया गया. करीब 1 महीने पहले 18 अप्रैल को जब 2.75 लाख केस 1 दिन में सामने आए थे उस दिन मौत का आंकड़ा 1620 था.
एक नजर बिहार के सात दिन के आंकड़ों पर
दिन | नए मरीज | रिकवरी रेट | मौत |
14 मई | 7494 | 85.63% | 77 |
15 मई | 7336 | 86.63% | 73 |
16 मई | 6894 | 87.89% | 89 |
17 मई | 5920 | 88.81% | 96 |
18 मई | 6286 | 89.65% | 111 |
19 मई | 6059 | 90.64% | 104 |
20 मई | 5871 | 91.32% | 98 |