दौसा/पटना: खबर राजस्थान के दौसा से है लेकिन पूरा मामला बिहारके जहानाबाद से जुड़ा हुआ है. इस खबर को पढ़ने के बाद आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि हम किस समाज में रहते हैं और हमारी सोच कैसी हो गई है. दरअसल, बिहार के जहानाबाद से 3 साल पहले एक नाबालिग का अपहरण होता है. पहले उसे यूपी में बेचा जाता है, फिर राजस्थान. तीन साल में न जाने कितने लोगों ने उसे खरीदा और बेचा. उसे खुद याद नहीं है.
ये भी पढ़ें- बिहार में 22 फरवरी को पेश होगा बजट, शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों को है काफी उम्मीदें
नाबालिग यूपी और राजस्थान में बिकती रही, खरीदार बदलते रहे, परिजन तलाश करते रहे लेकिन पुलिस सहयोग के नाम पर नाबालिग के चरित्र पर सवाल उठाती रही और परिजनों को टरकाती रही. तीन साल बाद जब वह मिली तो उसे देखकर उसका भाई हैरान रह गया. बिना शादी के ही उसके बच्चे हो गए. उसके गोद में दो मासूम थे. इस हालत में देख दोनों एक दूसरे को देखकर रो पड़े.
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, जून 2018 में बिहार के जहानाबाद में एक नाबालिग का अपहरण हुआ. इस घटना के बाद परिजनों थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया. बताया जा रहा है कि इस मामले में परिजनों ने आरोपियों को नामजद भी किया था. जानकारी के अनुसार, आरोपियों में बिहार के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश का भी एक आरोपी था. बताया जा रहा है इस गैंग में महिला-पुरूष दोनों शामिल थे. इस गैंग ने पहले नाबालिग को फंसाया फिर उसका अपहरण कर नोएडा और राजस्थान भिजवा दिया.