बिहार

bihar

ETV Bharat / city

पीएमसीएच में ओपीडी सेवा बंद.. सुदूर इलाके से पहुंचे मरीजों की परेशानी बढ़ी - Demand for Increase Stipend Amount

प्रदेश में पीएमसीएच को गरीबों का अस्पताल के नाम से जाना जाता है और राज्य भर से मरीज बीमारी का इलाज कराने के लिए बड़ी उम्मीदों से पीएमसीएच पहुंचते हैं. लेकिन एमबीबीएस इंटर्न की ओर से इन दिनों स्टाइपेंड राशि में बढ़ोतरी की मांग को लेकर पीएमसीएच में हड़ताल के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है. पढ़ें पूरी खबर..

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Aug 24, 2022, 6:28 PM IST

Updated : Aug 24, 2022, 7:14 PM IST

पटनाःराजधानी में पटना मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल (पीएमसीएच) में स्टाइपेंड राशि में बढ़ोतरी की मांग (Demand for Increase Stipend Amount) को लेकर एमबीबीएस इंटर्न की हड़ताल (Junior Doctors Strike In PMCH Patna ) के कारण स्वास्थ सेवाओं पर बुरा असर पड़ा है. बुधवार को हड़ताली डॉक्टरों ने ओपीडी के रजिस्ट्रेशन काउंटर को बंद करा दिया है और काउटर के बाहर धरना पर बैठ गये हैं. काउंटर बंद होने के कारण पर्ची नहीं कट पा रहा है. इस कारण पीएमसीएच में डॉक्टरों के उपस्थित रहने के बाद भी मरीज इलाज नहीं करा पा रहे हैं. हड़ताल के कारण राज्य भर से इलाज कराने पीएमसीएच पहुंचे मरीज और उनके परिजनों को परेशानी उठाना पड़ रहा है.

पढ़ें-PMCH में इंटर्न डॉक्टरों ने की ओपीडी सेवा बाधित.. स्टाइपेंड बढ़ोतरी की मांग

"मरीज को शरीर में तकलीफ है और मेडिसिन विभाग में दिखाना है. मरीज को लेकर पीएमसीएच पहुंचे हैं पता चल रहा है कि डॉक्टरों का हड़ताल चल रहा है. कई डॉक्टरों से निवेदन कर थक चुके हैं, कोई सुन नहीं रहा. जूनियर डॉक्टर हड़ताल खत्म नहीं कर रहे और ओपीडी काउंटर को खोलने नहीं दे रहे हैं. विभाग में डॉक्टर बिना पर्ची के नहीं देख रहे हैं. सीतामढ़ी से यहां इलाज कराने के लिए आये हैं. मरीज को परेशानी हो रही है. काफी दूरी से बड़ी उम्मीदों के साथ पीएमसीएच में दिखाने पहुंचे हुए थे लेकिन यहां काफी निराशा हाथ लगी है. समझ में नहीं आ रहा कि कहां दिखाने जाएं. मेरे पास अधिक पैसे भी नहीं हैं."-नागेंद्र सहनी, सीतामढ़ी से आये मरीज के परिजन

पर्चा नहीं कट रहा कैसे दिखाएं मरीज कोःइलाज कराने पीएमसीएच पहुंचे मरीजों के परिजनों ने बताया कि मंगलवार को भी इंटर्न डॉक्टरों ने कई विभागों के ओपीडी सेवाएं बंद रखा था. मरीजों ने बताया कि उम्मीद थी की बुधवार को ओपीडी चालू हो जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वैशाली जिले के जंदाहा से पहुंचे नंदन पासवान ने बताया कि मंगलवार को हाजीपुर सदर अस्पताल से उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था. वे सुबह 8:00 बजे ही पीएमसीएच पहुंच गये थे. पीएमसीएच में न्यूरोलॉजिस्ट से दिखाना था. ब्रेन में प्रॉब्लम है और इसे पीएमसीएच के ओपीडी में दिखाने के लिए वह यहां पहुंचे हुए हैं लेकिन सुबह से ही ओपीडी का रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद है. ओपीडी का पर्चा नहीं कट रहा है. डॉक्टर कह रहे हैं कि जब तक पर्चा नहीं कटेगा देखेंगे नहीं ओपीडी के गेट खुले हुए हैं विभाग में डॉक्टर भी मौजूद हैं लेकिन बिना पर्ची के कोई देख नहीं रहे और रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद है. उन्होंने कहा कि उनकी परेशानी बहुत बढ़ गई है और उन्हें अब दोबारा फिर से यहां आना होगा और दोबारा आने पर भी यह गारंटी नहीं है कि उस दिन ओपीडी सेवा बंद होगी या चलेगी.

पता नहीं हड़ताल कब तक चलेगाःसीतामढ़ी के जनकपुर टुपड़ी से पहुंचे विनोद कुमार ने बताया कि उन्हें अपने मरीज को ऑर्थो विभाग की ओपीडी में दिखाना था. पैर की हड्डी में तकलीफ है लेकिन यहां डॉक्टर नहीं देख रहे हैं क्योंकि पर्ची नहीं है और ओपीडी का रजिस्ट्रेशन काउंटर को इंटर्न डॉक्टरों ने बंद करा कर रखा है. इसलिए पर्ची कट नहीं रहा है. उन्होंने बताया कि वह यहां कल शाम से ही पहुंचे हैं और उन्हें अब पता नहीं है कि कब उनके मरीज को देखा जाएगा और कब तक यह हड़ताल चलेगा. उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि अगले दिन के इंतजार के लिए यहां रुके हैं या फिर हड़ताल ऐसे ही जारी रहेगा.

अब लगता है मजबूरी में कहीं प्राइवेट में ही बच्चे को दिखाना पड़ेगाःपटना सिटी इलाके के सुल्तानगंज से अपने बच्चे के स्किन की समस्या को दिखाने पहुंची रूबी बताती हैं कि वह कल मंगलवार को भी बच्चे को दिखाने के लिए पीएमसीएच पहुंची थी लेकिन यहां स्किन डिपार्टमेंट की ओपीडी को कल बंद कराया गया था और आज सुबह 8:00 से पहुंची हुई है लेकिन सुबह से सभी ओपीडी बंद है. ओपीडी का पुर्जा नहीं कट रहा है और चर्म रोग विभाग में बताया जा रहा है कि बिना पुर्जा का नहीं देखा जाएगा. उन्होंने बताया कि वह गरीब है लेकिन अब रोज-रोज पीएमसीएच आकर लौटना ठीक नहीं है ऐसे में किसी प्रकार वह अब कहीं प्राइवेट में ही बच्चे को दिखाएंगी.

पढ़ेंःपहली काउंसलिंग में MBBS के छात्रों को रास नहीं आया PMCH, 100 से अधिक सीटें खाली

Last Updated : Aug 24, 2022, 7:14 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details