पटनाःपुर्णिया के बायसी की घटना पर बिहार बीजेपी (BiharBJP) के प्रदेश अध्यक्ष के बयान को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा(HAM) के सुप्रीमो जीतन राम मांझी(Jitan Ram Manjhi) तेवर गरम हैं. अब बाजेपी और हम के बीच जारी गहमागहमी में बांका में हुए बिस्फोट(Banka Madarsa Blast) का मामला भी जुड़ गया है. जीतन राम मांझीबीजेपी को बख्शने के मूड में नहीं हैं. इस बार उन्होंने बीजेपी को अपनी मानसिकता बदलने की सलाह तक दे दी है.
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मानसिकता बदलनी होगी तभी भारत अखंड बनेगा
मांझी ने ट्वीट के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा है. मांझी ने कहा है कि नेताओं को अपनी छोटी मानसिकता बदलनी होगी तभी भारत अखंड भारत बन सकता है. दरअसल मांझी का ये ट्वीट बीजेपी विधायक की तरफ से मदरसा विस्फोट को लेकर दिए गए बयान पर सामने आया है. बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा था कि मदरसे में सिर्फ आतंकी की पढ़ाई की जाती है.
इसी पर मांझी ने हमला किया है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने हमला करते हुए कहा है. जो इस तरह का आरोप या बयानबाजी करते हैं. उनकी मानसिकता ठीक नहीं है. उन्होंने ट्वीट करके लिखा है - 'गरीब दलित जब आगे बढ़े तो नक्सली, गरीब मुसलमान जब मदरसे में पढ़े तो आतंकी, भाई साहब ऐसी मानसिकता से बाहर निकलिए,यह राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए ठीक नहीं. 'हम' बाँका बम विस्फोट की घटना की उच्चस्तरीय जाँच की मांग करते हैं.'
ऐसा बयान देने वाले नहीं रखते हिंदू मुस्लिम एकता में विश्वास
जीतन राम मांझी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बांका की जो घटना घटी है उस घटना को हम निंदा करते हैं. मांझी ने कहा कि जब-जब शेड्यूल कास्ट के लोग अपनी मांग उठाते हैं तो उन्हें नक्सली कह दिया जाता है. उसी तरह मदरसा में जो बच्चे पढ़ते हैं, वो आतंकवादी हैं ऐसा कह दिया जाता है . इसलिए मैं समझता हूं कि यह वही लोग बात कर सकते हैं, जो हिंदू मुस्लिम एकता में विश्वास नहीं रखते हैं.
''जो लोग हिंदू मुस्लिम एकता में विश्वास नहीं करते हैं, मैं समझता हूं वे हिंदू-मुस्लिम एकता के दुश्मन हैं. जो घटना घटी है वह काफी दुखद है. यदि इस तरह के सवाल उठ रहे हैं तो मैं चाहता हूं कि सरकार इस घटना की सीबीआई जांच करवाए.''- जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
गरीब का बच्चा पढ़े, आगे बढ़े तो उसे आतंकवादी कैसे घोषित कर सकते हैं?
जीतन राम मांझी ने कहा कि जो गरीब तबके के लोग हैं, अपनी आवाज उठाते हैं तो हमेशा उन लोगों को नक्सली या आतंकवादी कह दिया जाता है जो सरासर गलत है. मांझी ने कहा अपनी राजनीतिक जीवन में हमने बहुत से मदरसों को धरातल पर जाकर देखा है. वहां कोई अमीर का बच्चा नहीं पढ़ता, बल्कि गरीब का ही बच्चा वहां पर पढ़ाई करता है.
उन्होंने कहा कि जब गरीब का बच्चा पढ़े, आगे बढ़े तो उसे आप आतंकवादी कैसे घोषित कर सकते हैं? इसलिए जो इस तरह के बयान दे रहे हैं, उनके बयानों की हम निंदा करते हैं. हम उन लोगों से कहना चाहते हैं कि हिंदू-मुस्लिम एकता बनाकर ही भारत को अखंड राष्ट्र बनाने का कार्य करें ना कि उसे खंडित करने का काम करें.