पटना: सीएम नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) का जनता दरबार ( Janta Darbar ) शुरू हो गया है. आज मुख्यमंत्री गृह, पुलिस, सामान्य प्रशासन, जमीन व अन्य विभाग से जुड़ी शिकायतों को सुन रहे हैं. इसी क्रम में एक बच्ची ने सीएम नीतीश से शिकायत की कि उसके पिता को जबरन अपहरण कर जमीन लिखवा लिया गया है.
बच्ची ने सीएम नीतीश को बताया कि 19 नवंबर 2020 से उसके पिता लापता है. गांव के दबंगों ने उनसे जबरन जमीन लिखवा लिया है और कह रहे हैं कि जो बचा है उसे भी लिखवा लेंगे. इतना सुनने के बाद सीएम नीतीश कुछ देर तक सोचते रहे हैं. फिर बच्ची से पूछे कि पिताजी कहां है?
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इस पर बच्ची बोली कि पता नहीं कहां है. इतना सुनते ही सीएम ने कहा कि लगाओ जी डीजीपी को फोन. सीएम ने नीतीश ने तुरंत डीजीपी से बात कर कहा कि जल्द कार्रवाई कीजिए.
बता दें कि नवंबर महीने के पहले सोमवार के लिए तय कार्यक्रम के अनुसार आज मुख्यमंत्री पुलिस व जमीन से जुड़े मामले सुने रहे हैं. जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी जाती हैं. इसके लिए पहले से ही आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है.
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दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.
प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.
द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.
तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.
जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.