पटनाः जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहाचारा घोटाले में सजा मिलने पर लालू प्रसाद यादव परिवार पर आक्रमक (JDU State President Umesh Kushwaha Statement On Tejashwi Yadav) हो गये हैं. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनका पूरा परिवार सत्ता भोगी प्रवृत्ति का है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि अपनी और बिहार की तबाही करने के बाद भी तेजस्वी यादव का परिवार सत्ता सुख पाने के लिए बेचैन हैं. तेजस्वी यादव सत्ता सुख पाने की बेचैन हैं और सत्ता पाने के लिए वह किसी हद तक जा सकते हैं.
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जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव के पिता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले के मामले में लगातार कई मामलों में दोषी पाये जाने के बाद 5 साल सजा का ऐलान किया गया है. सजा के मिलने के बाद से तेजस्वी यादव और उनका पूरा परिवार बौखलाया हुआ है.
उमेश सिंह कुशवाहा ने आगे कहा कि जब चारा घोटाला मामले में लालू प्रसाद यादव का नाम आया था तो लालू प्रसाद यादव समेत उनकी पार्टी की ओर से कहा गया था की यह आरोप निराधार है और एक साजिश के तहत फंसाया गया है. लेकिन जांच के उपरांत लालू प्रसाद दोषी पाए गए और उन्हें सजा दी गई उसके बाद भी लालू प्रसाद का कुनबा शांत नहीं है. ऐसा लगता है उन्हें कानूनी प्रक्रिया और संविधान पर भरोसा ही नहीं है.
तभी तो उनकी ओर से अभी भी कहा जा रहा है की राजनीतिक साजिश की मंशा से लालू प्रसाद को सजा दी गई है. जबकि सीबीआई की बारीकी से जांच के बाद विशेष अदालत की ओर से मामले में लालू प्रसाद को सजा सुनाई गई है. अब जबकि लोगों को संविधान और कानून पर भरोसा जताना चाहिए, तेजस्वी यादव इसे साजिश करार दे रहे हैं. इससे साफ हो गया है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को देश की अदालत और संविधान पर भरोसा नहीं है. परंतु तेजस्वी यादव कानून और संविधान की दुहाई देकर सरकार के खिलाफ गलत बयानी करने में लगे हुए हैं.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आगे कहा कि गलत बयानबाजी से तेजस्वी यादव को कोई फायदा नहीं होने वाला नहीं है. राज्य की जनता समझ चुकी है कि तेजस्वी यादव और उनके पूरे परिवार ने बिहार की जनता के साथ खिलवाड़ किया था, उन्हें धोखा देकर 15 साल तक बिहार में खौफ का शासन कायम रखा गया था. लालू राबड़ी शासनकाल को कोर्ट ने भी जंगलराज की संज्ञा दी थी.