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नीरज का तेजस्वी पर निशाना, 'बांटना ही था तो नौकरी के नाम पर लालू यादव ने जो जमीन ली थी उसे बांट देते' - जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार

जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर करारा प्रहार किया और उन्हें लालूवाद का स्पष्ट उदाहरण बताया. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पर कई आरोप लगाये. पढ़ें पूरी खबर.

JDU spokesperson Neeraj Kumar
JDU spokesperson Neeraj Kumar

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Published : Sep 10, 2021, 9:45 AM IST

पटना:जदयू मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार (JDU spokesperson Neeraj Kumar) ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने राजद (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) का नाम लेते हुए कई आरोप लगाये. नीरज कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को टूरिस्ट बबुआ भी कहा. उन्होंने कहा कि आपके पिता लालू प्रसाद यादव गरीबों के साथ छल किया करते थे. आप तो उससे भी आगे निकल गये. जदयू नेता ने तेजस्वी यादव को कहा कि अनुकम्पा पर पद पा लिया है. आप स्वयं बोल रहे हैं कि पहचान अपने पिता के नाम से है.

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उन्होंने कहा कि यह गरीबों के साथ भद्दा मजाक कर रहे हैं. गरीब स्वाभिमानी हैं. अगर देना ही तो आपके पिता ने नौकरी के नाम पर समाज के गरीबों-पिछड़ो, सवर्णों समेत सभी समुदाय के लोगो का जो जमीन लिखवाया, जमीन उनको लौटा देते. जब समझता कि तेजस्वी यादव नेता हैं. अपकी आदत भी वही लगी हुई जो आपके पिता की थी. यह लालूवाद का स्पष्ट उदाहरण है.

देखें रिपोर्ट

बता दें कि जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार तेजस्वी यादव पर हमलावर रहते हैं. विभिन्न मुद्दों को लेकर वे निशाना साधते रहते हैं. हाल ही राजद कार्यालय के लिए जमीन के मुद्दे पर भी उन्होंने तेजस्वी यादव को घेरा था. जदयू नेता ने कहा था कि अनुभव और वरीयता को दरकिनार कर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से 20 महीने तक भवन निर्माण मंत्री बने रहे, लेकिन उन्हें अपने दल के कार्यालय की चिंता नहीं हुई.

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आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा अपरोक्ष रूप से यह बतलाने की कोशिश की गई है कि भले ही आपने पद के लिए नामित कर दिया, लेकिन उनमें राजनैतिक योग्यता और दल की चिंता नहीं है.स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि 2015 की तुलना में 2020 में आरजेडी विधायकों की संख्या घट गई, जिसका कारण आपके द्वारा थोपे गए अपरिपक्व नेतृत्व और बुजुर्गों के अपमान की कार्यशैली भी रही होगी. इसका अहसास आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष को हुआ होगा.

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