पटना :जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (JDU Leader Upendra Kushwaha) ने कहा कि 'मेरे लिए पद बड़ा नहीं, मिशन बड़ा है, आइडियोलॉजी बड़ी है. आज की तारीख में पार्टी संगठन के लिए काम करना हमारे लिए सबसे बड़ा धर्म है.' दरअसल, बिहार के सियासी गलियारे में यह सवाल तेजी से उड़ रहा था कि नीतीश मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने की वजह से उपेन्द्र कुशवाहा नाराज हैं?. इतना ही नहीं, पिछले मंगलवार को मंत्रिमंडल विस्तार होने वाला था, लेकिन ठीक उसके एक दिन पहले ही उपेन्द्र कुशवाहा बिहार से बाहर चले गए थे.
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उपेन्द्र कुशवाहा को लेकर हो रही थी चर्चा : इसी बीच जेडीयू नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि कल यानी रविवार को वह पार्टी कार्यालय में मौजूद रहेंगे. हालांकि जिस प्रकार से लगभग एक सप्ताह तक उपेन्द्र कुशवाहा साइलेंट थे इससे कयासों का बाजार गर्म था. कहा जा रहा था कि मंत्री नहीं बनाए जाने से पूर्व केन्द्रीय मंत्री नाराज हैं. हालांकि जिस तरह से वह सोशल मीडिया पर अपनी बात रखें हैं उससे भी कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं.
''बिहार से बाहर होने के कारण मेरे बारे में अनेक तरह की भ्रामक एवं अनाप-शनाप खबरें प्रचारित की गई है और की जा रही है. ऐसी अनर्गल बातों को हवा देने वाले महानुभावों को यह मालूम होना चाहिए कि अपने पूरे राजनीतिक जीवन में कभी भी पद नहीं मिलने पर उपेंद्र कुशवाहा ने नाराजगी नहीं जताई, बल्कि कई बार अपनी नाराजगी जताने के लिए बड़े-बड़े पदों को लात जरुर मारी है. इतिहास गवाह है मेरे लिए पद बड़ा नहीं, मिशन बड़ा है, आइडियोलॉजी बड़ी है.''- उपेंद्र कुशवाहा, अध्यक्ष, जेडीयू संसदीय बोर्ड
'मुझ पर कृपा कीजिए, प्लीज़..' : पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इसी आइडियोलॉजी को बर्बाद करने की हो रही साजिश को नाकाम करने के एक खास मिशन से मैंने अपनी पार्टी का विलय जद (यू) में करने का फैसला लिया. क्योंकि हमारे सभी साथियों का निष्कर्ष था और है कि राज्य ही नहीं पूरे देश के स्तर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) एक मात्र ऐसे कर्मठ, अनुभवी व साफ छवि के नेता हैं जिनके नेतृत्व में इस विचार धारा को बचाया व बढ़ाया जा सकता है. अतः मैं यह बात एलानिया तौर पर कहना चाहता हूं कि आज की तारीख में पार्टी संगठन के लिए काम करना हमारे लिए सबसे बड़ा धर्म है। ऐसे में मेरा पक्ष जाने बिना मंत्री नहीं बनने पर नाराज़ होने की बात करने वाले महानुभावों, मुझ पर कृपा कीजिए, प्लीज़.