पटना: देश की राजधानी दिल्ली की राह पटना ( Patna ), गया ( Gaya ) और मुजफ्फरपुर ( Muzaffarpur ) शहर भी चल रहे हैं. यहां भी प्रदूषण ( Pollution ) का स्तर साल दर साल बढ़ता जा रहा है. स्थिति यह है कि अगर यहां पर प्रदूषण के खिलाफ अभियान नहीं चला तो आने वाले समय में हवा दिल्ली की तरह जहरीली हो जाएगी.
दरअसल, बिहार के तीन प्रदूषित शहरों, पटना, गया एवं मुजफ्फरपुर में वायु प्रदूषण की गंभीर होती स्थिति पर नियंत्रण के लिए नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम ( NCAP ) के तहत परिवहन विभाग और पथ निर्माण विभाग समेत संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए गए हैं.
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मंगलवार को हुई एक अहम बैठक में प्रधान सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार सरकार प्रधान सचिव, नगर विकास एवं आवास विभाग, सचिव परिवहन विभाग, सचिव कृषि विभाग, राज्य परिवहन आयुक्त; निदेशक (अनुश्रवण) भवन निर्माण विभाग, सचिव ग्रामीण कार्य विभाग; अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ( जलवायु परिवर्तन एवं आद्रभूमि ) बिहार, सदस्य-सचिव, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद्, पटना, गया एवं मुजफ्फरपुर जिलों के जिला पदाधिकारी एवं नगर आयुक्त संयुक्त सचिव, नगर विकास एवं आवास विभाग शामिल थे।
इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ठोस अपशिष्ट को खुले में नहीं जलाने के संबंध में कॉल सेन्टर स्थापित कर हेल्पलाइन नंबर जारी करेगी. जिसके द्वारा ठोस कचरा को खुले में जलाने संबंधी शिकायतों का त्वरित निवारण एवं नियंत्रण करेगी. इस कृत्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी साथ ही नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा इस आशय का विज्ञापन समाचार पत्र में भी प्रकाशित कराया जाना है. जन-समान्य उपरोक्त हेल्पलाइन के माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे.
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वहीं, भवन निर्माण तथा पथ निर्माण विभाग, खुले में भवन निर्माण तथा विध्वंस गतिविधियों का आकलन करेगी एवं इसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करेगी. ऐसे निर्माण स्थलों को कवर करना' एवं 'जल छिड़काव करना होगा. पथ निर्माण के दौरान धूलकणों के नियंत्रण हेतु नियमित रूप से जल छिड़काव सुनिश्चित किया जायेगा.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कहा है कि परिवहन विभाग द्वारा वाहन उत्सर्जन जांच केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया जायेगा तथा वाहनों के PUC का जांच का अभियान चलाया जायेगा. वहीं, पटना, गया व मुजफ्फरपुर नगर निगम द्वारा बिखरे धूल कणों की सफाई के लिए 'मेकेनिकल स्वीपर मशीन का उपयोग करते हुए सफाई कराई जायेगी. साथ ही जल छिड़काव और ज्यादा कराया जाएगा.
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