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RJD को लालू पर भरोसा तो NDA को महागठबंधन में फूट से जगी आस

बिहार में दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव में किसकी जीत होगी और किसे हार का मुंह देखना पड़ेगा यह तो भविष्य की गोद में छिपा है. लेकिन जिस तरह से राजनीति हो रही है वह बता रहा है कि मामला सीधा नहीं होने वाला है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Oct 15, 2021, 3:48 PM IST

पटना: बिहार के दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर सभी दल दशहरा के बाद अपनी पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में हैं. सभी दल दशहरा के बाद अपनी-अपनी रणनीति के साथ चुनावी समर में ताल ठोकेंगे. ऐसे में देखा जाए तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को जहां महागठबंधन में फूट पड़ने से लाभ की आस जगी है. वहीं प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को अपने नेता लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) पर भरोसा है. वैसे, देखा जाए एनडीए और आरजेडी सहित सभी पार्टियां अपने-अपने जीत के दावे कर रहे हैं.

इस चुनाव में सत्ताधारी गठबंधन एनडीए के घटक दल जेडीयू के कोटे में दोनों सीटें कुशेश्वरस्थान और तारापुर गई है. जेडीयू ने इन दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं. इधर, आरजेडी और कांग्रेस इस चुनाव में अलग-अलग ताल ठोंक रहे हैं, जबकि लोजपा (रामविलास) ने भी अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं, जिससे मुकबला दिलचस्प होने की उम्मीद है.

''पिछले साल हुए चुनाव में दोनों सीटों पर जेडीयू के प्रत्याशी विजयी हुए थे और इस उपचुनाव में भी वही परिणाम होगा. विधानसभा उपचुनाव में निश्चित तौर पर एनडीए जीतने की स्थिति में है. महागठबांन का सवाल है तो दोनों पार्टियां कांग्रेस और आरजेडी अलग हो चुकी है.'' - निखिल आनंद, बीजेपी प्रवक्ता

लालू के चुनाव प्रचार में आने वाले प्रभाव के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद को प्रचार में आने के पहले अदालत से आदेश लेना चाहिए. उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि आऱजेडी कभी भी उपचुनाव को लेकर लालू प्रसाद के स्वास्थ्य पर दांव नहीं लगाएगी. अभी उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की स्थिति तो पहले से ही खराब चल रही है.

इधर, जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार भी कहते हैं कि विपक्ष पहले से ही हार स्वीकार कर चुका है. उन्होंने आरजेडी और उनके नेता लालू प्रसाद पर कटाक्ष किया.

''सुनने में आ रहा है कि जो पंचायत चुनाव भी नहीं लड़ सकते उन्हें प्रचार के लिए बुलाया जा रहा है. तेजस्वी यादव को अपने राजनीतिक पुरूषार्थ पर भरोसा नहीं. वे अनुकंपा की बुनियाद पर राजनीति में हैं. अब बिहार की जनता ऐसे लोगों को नहीं जीताएगी.'' - नीरज कुमार, जेडीयू प्रवक्ता

इस उपचुनाव को लेकर चर्चा है कि प्रचार के लिए लालू प्रसाद आने वाले हैं. लेकिन, इस बीच गुरुवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने साफ कर दिया कि लालू प्रसाद अभी बीमार हैं. वे अभी पटना बिहार नहीं आएंगे. हालांकि, आरजेडी के स्टार प्रचारकों की सूची में भी लालू प्रसाद पहले नंबर पर हैं. ऐसे में अभी भी आरजेडी नेताओं को उम्मीद है कि लालू प्रसाद उपचुनाव में प्रचार के लिए जरूर आएंगे.

''विाानसभा के दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. दोनों सीटों पर यदि लालू प्रसाद चुनाव प्रचार के लिए आएंगे तो उसका कोई मुकाबला नहीं हो सकता है. लालू प्रसाद यहां के लोगों के दिल में बसते हैं.'' - मृत्युंजय तिवारी, आरजेडी प्रवक्ता

मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पिछले चुनाव में भी राज्य के मतदाताओं ने आरजेडी को सबसे बड़ी पार्टी बनाई थी और इस उपचुनाव में भी आरजेडी विजयी होगी.

फिलहाल, उपचुनाव में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के पटना आने और उनके चुनाव प्रचार करने के कयास लगाए जा रहे थे. कई नेता तो उनके चुनाव के दौरान प्रचार करने का दावा तक कर रहे थे, लेकिन इस बीच ऐस किसी भी कयासों पर राबड़ी देवी ने विराम लगा दिया. बिहार में हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस और राजद ने अपने-अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं जबकि राजग एकजुट बना हुआ है.

बता दें कि बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए राजद ने 20 लोगों को अपना स्टार प्रचारक बनाया है. इस सूची में पहला नाम पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद का है, जिससे राजद नेताओं की ओर से कहा जाने लगा कि लालू प्रसाद बिहार आएंगे और तारापुर और कुशेश्वरस्थान में पार्टी प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे. चारा घोटाला में जमानत मिलने के बाद लालू प्रसाद अब तक पटना नहीं आए हैं. फिलहाल वे अपने पुत्री और सांसद मीसा भारती के पास दिल्ली में हैं.

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