पटना: राजधानी पर भी आर्थिक मंदी का असर दिखने लगा है. इसकी बानगी धनतेरस के बाजार में देखी गई. जहां त्योहार के मौके पर काफी कम बिक्री हुई. वहीं, व्यापारी इसे आर्थिक मंदी की नजर से देख रहे हैं.
धनतेरस पर बाजार में दिखा मंदी का असर, कारोबारी परेशान
धनतेरस के दौरान राजधानी के बाजारों में लोगों की भीड़ कम देखी गई. वहीं, बाजारों में भी काफी कम सामानों की बिक्री हुई. व्यापारियों का कहना है कि पिछली बार ग्राहक धनतेरस के मौके पर ज्वेलरी और पीतल के बर्तन की खरीदारी किया करते थे. लेकिन इस बार ज्वेलरी और पीतल के बर्तनों की खरीदारी में भी काफी गिरावट आई है.
ज्वेलरी और बर्तनों की खरीदारी में गिरावट
धनतेरस के दौरान राजधानी के बाजारों में लोगों की भीड़ कम देखी गई. वहीं, बाजारों में भी काफी कम सामानों की बिक्री हुई. व्यापारियों का कहना है कि पिछली बार ग्राहक धनतेरस के मौके पर ज्वेलरी और पीतल के बर्तन की खरीदारी किया करते थे. लेकिन इस बार ज्वेलरी और पीतल के बर्तनों की खरीदारी में भी काफी गिरावट आई है.
'बाजारों में मंदी का असर'
व्यापारियों ने बताया कि कार और मोटरसाइकिल की बिक्री इतनी अच्छी नहीं रही. राजधानी पटना में जहां 9200 मोटरसाइकिलों की बिक्री हुई. वहीं, कारों की बिक्री 1600 के आसपास रही. व्यापारियों का कहना है कि अमूमन ये आकंड़ा धनतेरस में दुगुना होता था. वहीं, रियल स्टेट और होम एप्लायंसेज का खरीद प्रतिशत ठीकठाक रहा. व्यापारी कमल नोपानी का कहना है कि लोगों ने जरूरत के सामान की खरीदारी की है. लेकिन खुल के खरीदारी नहीं हुई है, क्योंकि आर्थिक मंदी का असर पटना कं बाजारों में दिख रहा है.