पटना: बोचहां विधानसभा उपचुनाव(Bochaha Assembly By Election) के लिए 13 उम्मीदवार मैदान में हैं. वीआईपी विधायक मुसाफिर पासवान के कारण यह सीट खाली हुई है. बीजेपी उम्मीदवार बेबी कुमारी अगर चुनाव जीतती हैं तो विधानसभा में बीजेपी की सीटों की संख्या बढ़कर 78 हो जाएगी. इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. तमाम वरिष्ठ नेताओं और विधायकों को चुनावी मैदान में उतार दिया है. खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोचहां में चुनाव प्रचार करेंगे (Nitish Kumar Will Campaign in Bochaha) लेकिन इस के बावजूद पार्टी के लिए चुनौतियां लगातार बढ़ती जा रही है.
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खेल बिगाड़ सकते हैं चिराग: वीआईपी चीफ मुकेश सहनी (VIP Chief Mukesh Sahani) हर हाल में इस सीट पर जीत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी से बदला लेना चाहते हैं. वहीं दूसरी तरफ दिवंगत विधायक के बेटे अमर पासवान को टिकट देकर आरजेडी ने सहानुभूति वोट के माध्यम से बोचहां को फतह करने की रणनीति बनाई है. मुकेश सहनी ने कई बार चुनाव जीत चुके रमई राम की बेटी को टिकट देकर चुनाव को त्रिकोणीय बना दिया है लेकिन अब बीजेपी के लिए परेशानी का नया सबब एलजेपीआर अध्यक्ष चिराग पासवान (LJPR President Chirag Paswan) बन गए हैं. दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के दिल्ली के 12 जनपथ बंगला खाली कराए जाने से वह बेहद नाराज हैं. उनकी पार्टी के नेता खुलकर कह रहे हैं कि वहां की जनता को सीधे मैसेज गया है कि वोट की चोट से सबक सिखाना है.
एनडीए की जीत का दावा: पहले मुजफ्फरपुर से बीजेपी सांसद अजय निषाद की चिराग से मुलाकात के बात माना जा रहा था कि वह परोक्ष रूप से बोचहां में बीजेपी के साथ खड़े हैं लेकिन बंगला खाली कराने के विवाद ने खेल बिगाड़ दिया है. हालांकि बिहार बीजेपी के प्रवक्ता संतोष पाठक कहते हैं कि हमारे लिए हर चुनाव महत्वपूर्ण होता है. इसलिए हमलोग पूरी ताकत से चुनाव लड़ रहे हैं. हमें पूरा भरोसा है कि बोचहां में एनडीए की जीत होगी. वहीं, जेडीयू नेता सुनील सिंह भी कहते हैं कि कहीं कोई चिंता की बात नहीं है, एनडीए एकजुट होकर चुनाव लड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सीएम भी दो स्थानों पर सभा को संबोधित करेंगे. जाहिर तौर पर इसका लाभ मिलेगा.