पटना :किसान आंदोलन की गूंज से बिहार की सियासत में भी हलचल है. बिहार में आरजेडी, कांग्रेस और वाम दल की ओर से शहीद दिवस पर किसान आंदोलन के समर्थन में मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष मदनमोहन झा सहित वाम के दिग्गज नेता मौजूद रहे. जिलों में मानव श्रृंखला बनाए जाने को लेकर पूर्ण रूप से तैयारी की गयी थी.
पूरा UPDATE:-
- नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इसमें शामिल हुए. कृषि कानून को लेकर उन्होंने कहा है कि जो कुछ दिल्ली में किया जा रहा है, वो केंद्र सरकार की साजिश है.
- "काला कानून को वापस लेना पड़ेगा. हम लोग किसानों के साथ खड़े हैं. इसको लेकर हमने मानव श्रृंखला बनाई है. हमारी लड़ाई चलती रहेगी. दिल्ली में जो हो रहा है, वो पूरा देश देख रहा है. किसान अपना आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से कर रही है. उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही है. वो भाजपा सरकार करवा रही है."- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
- मसौढ़ी अनुमंडल में स्टेट हाईवे और एनएच 83 पर उतर कर विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बना. जिसमें काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं.
- मुजफ्फरपुर में कृषि कानून के विरोध में महागठबंधन की मानव श्रृंखला आयोजित हुई. जीरो माइल से दादर पुल तक राजद कार्यकर्ता खड़े रहे. राजद नेताओं ने कहा कि अभी केंद्र सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ राजद के कार्यकर्ता सांकेतिक रूप से सड़क पर उतरे हैं. जरूरत पड़ी तो आगे भी पार्टी के कार्यकर्ता इसके खिलाफ सड़क पर उतरेंगे.
- केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में पूर्वी चंपारण जिला राजद कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाया. तेजस्वी यादव के आह्वाहन पर जिले के विभिन्न चौक चौराहों के साथ कई सड़कों पर राजद नेता और कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाकर अपना विरोध जताया. राजद जिलाध्यक्ष सुरेश यादव राजद कार्यकर्ताओं के साथ छतौनी चौक पर मानव श्रृंखला में हिस्सा लिया.
- पटना डीएम ने मानव श्रृंखला को लेकर एक बयान दिया, जिसमें यह कहा गया है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है. अगर विधि व्यवस्था या ट्रैफिक में कोई परेशानी होती है तो कड़ी कार्रवाई होगी. इसके बाद राष्ट्रीय जनता दल ने वह पत्र जारी किया है जिसमें पार्टी की तरफ से सरकार को मानव संख्या के आयोजन की जानकारी दी गई थी.
- हम प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने विपक्ष के मानव श्रृंखला पर तंज कसा है.
- ''कृषि बिल का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में महागठबंधन आज पूरे बिहार में मानव श्रृंखला बना रहा है जिसका नेतृत्व आरजेडी कर रही है. लेकिन मानव श्रृंखला को लेकर आरजेडी ने पटना में प्रशासन से अनुमति नहीं ली है. पटना जिले में मानव श्रृंखला के लिए किसी भी पार्टी की तरफ से परमिशन के लिए कोई आवेदन नहीं आया है. यदि इस तरह की कोई व्यवस्था होती है, तो नियमानुसार जो कुछ कार्रवाई करनी होगी वो करेंगे.''- चंन्द्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना
- ''सत्ता पक्ष सरकार से परमिशन नहीं लेने का आरोप लगा रहा है. लेकिन हम लोगों ने आवेदन दिया है फिर भी हमें जिला प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला. इससे पहले भी किसानों के समर्थन में धरना के लिए हम लोगों ने जिला प्रशासन को आवेदन दिया था. लेकिन सरकार के दबाव में जिला प्रशासन ने हम लोगों को धरना प्रदर्शन करने का इजाजत नहीं दी. सरकार लाख कोशिश कर ले लेकिन हम लोग किसानों की आवाज को उठाते रहेंगे.''- मृत्युंजय तिवारी, आरजेडी प्रवक्ता
कोरोना गाइडलाइन का होगा पालन
इस मानव श्रृंखला में लोग दो गज की दूरी पर खड़े रहेंगे और एक-दूसरे का हाथ नहीं पकडे़ंगे. यानी कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जाएगा. लोगों को जाम की समस्या से नहीं जूझना पड़े इसको लेकर सड़क किनारे लोग खड़े रहेंगे.
अन्नदाताओं के लिए नहीं फंडदाताओं के लिए काम कर रही केंद्र सरकार: तेजस्वी
महात्मा गांधी की शहादत दिवस पर इस मानव श्रृंखला का कार्यक्रम इसलिए रखा गया है ताकि किसी को परेशानी ना हो. क्योंकि इस दिन स्कूलों से लेकर सरकारी कार्यालय तक में छुट्टी रहती है.
ये है पूरे बिहार का रूट चार्ट:-
- बगहा (प. चंपारण) : नंदन गढ़ (लौड़िया)- बेतिया चनपटिया-रामगढ़वा सीमा तक
- पूर्वी चंपारण : रामगढ़वा सीमा- मोतिहारी-ढ़ाका- पकड़ीदयाल-कल्याणपुर- साहेबगंज सीमा तक
- मुजफ्फरपुर : (A) साहेबगंज सीमा- बखड़ा- पारू- मुजफ्फरपुर - कांटी- मीनापुर- शिवहर सीमा (B) मुजफ्फरपुर- कुढ़नी(वैशाली सीमा)- तुर्की- मुजफ्फरपुर
- सीतामढ़ी : मुजफ्फरपुर सीमा - रूनी सैदपुर- डुमरा विश्वनाथपुर- सोनवर्षा
- शिवहर : मुजफ्फरपुर सीमा- शिवहर- रीगा- सीतामढ़ी सीमा
- वैशाली : (A) हाजीपुर- सराय- भगवानपुर- गोरौल- कुढ़नी सीमा तक (B) हाजीपुर- बिदुपुर- चक सिकंदर- जंदाहा- हलई सीमा तक (C) गांधी सेतु- रामाशीष चौक
- समस्तीपुर : (A) हलई सीमा- मुसरी घरारी- समस्तीपुर- कल्याणपुर- जटमलपुर सीमा तक (B) मुसरी घरारी- दलसिंहसराय- बछवाड़ा सीमा तक
- बेगूसराय : (A) बछवाड़ा सीमा - तेघड़ा- बरौनी- बेगूसराय- लाखो लखमिनीया- साहेबपुर कमाल- खगड़िया सीमा तक (B) रोसड़ा- खोदावपुर- चेरिया- बड़ियारपर- मंझौल- बेगूसराय
- खगड़िया : खगड़िया सीमा- मानसी- नरायणपुर सीमा
- दरभंगा : जटमलपुर सीमा- बिसनपुर- डीलाही- लहेरिया सराय- दोनार- सोनकी- धरौरा- बिरौल (सुपौल)- कुशेश्वर- समस्तीपुर सीमा तक
- मधुबनी : दरभंगा एनएच दिल्लही मोड़- हवाई अड्डा- बिस्फी- मधुबनी- झंझारपुर- फुलपरास- भुनरा चौक- सुपौल सीमा
- सुपौल : (A) मंजौरी चौक- भपटिआही- सुपौल सीमा- (B) सुपौल- सहरसा सीमा- (C) मधेपुरा सीमा- पीपरा- त्रिवेणीगंज- भरागामा(अररिया सीमा)
- सहरसा : सुपौल सीमा- सहरसा- मधेपुरा सीमा
- मधेपुरा : (A) मधेपुरा- सिधेश्वर- गमहरिया बाजार- सुपौल सीमा (B) मुरलीगंज (मीरगंज चौक)- कुमारखंड- सुपौल सीमा तक
- अररिया : (A) सुपौल सीमा- भरगावा- रानीगंज- अररिया- किशनगंज सीमा (B) अररिया- पूर्णिया सीमा
- किशनगंज : अररिया- किशनगंज सीमा- ठाकुरगंज
- पूर्णिया : अररिया सीमा- पूर्णिया- कटिहार सीमा तक
- कटिहार : पूर्णिया सीमा- कटिहार- नौगछिया (भागलपुर सीमा तक)
- भागलपुर : (A) कटिहार सीमा- नौगछिया- नरायणपुर (खगड़िया सीमा तक) (B) नौगछिया- भागलपुर- नाथनगर- सुल्तानगंज- मुंगेर सीमा तक (C) भागलपुर- अमरपुर- बांका सीमा तक
- मुंगेर : (A) भागलपुर सीमा- बड़ियापुर- मुंगेर बाई पास चौक- सूर्यगढ़ा- जमालपुर- लखीसराय सीमा तक (B) सुल्तानगंज (भागलपुर सीमा)- असरगंज- तारापुर- संग्रामपुर- बांका सीमा तक
- बांका : मुंगेर सीमा- बेलहर- बांका- भागलपुर सीमा तक-अमरपुर- बांका
- लखीसराय : मुंगेर सीमा- सूर्यगढ़ा- लखीसराय- हबसी- जमुई सीमा तक
- शेखपुरा : (A) लखीसराय (शेखपुरा)- बड़बीघा- नालंदा सीमा तक (B) शेखपुरा सीमा से अस्थावां होते हुए बिहार शरीफ
- जमुई : लखीसराय सीमा- जमुई- गिद्दौर- झाझा- चकाई
- नवादा : रजौली- नवादा- गिरयक- (नालंदा सीमा)
- गया : डोभी- बोधगया- गया- मानपुर- चाकन्द- बेला- जहानाबाद सीमा
- जहानाबाद : गया सीमा- मखदुमपुर- जहानाबाद- मसौढ़ी- धनरुआ- पहाड़ी (जीरो माईल)- बैरिया- बेलदारीचक
- औरंगाबाद : औरंगाबाद- ओबरा- दाउदनगर- अरवल सीमा
- अरवल : औरंगाबाद सीमा- कुर्था- कलेर- अरवल-पटना सीमा
- पटना : (A) कोईलवर से लेकर बिहटा- मनेर होते हुए दानापुर- (B) दानापुर होते हुए दीघा- (C) दीघा से एक रूट राजापुर पुल तक- (D) राजापुर पुल से गांधी मैदान तक- (E) सगुना, राजाबाजार होते हुए, पुनाई चक होकर इनकम टैक्स गोलंबर तक- (F) इनकम टैक्स से डाकबंगला चौराहा, डाकबंगला से स्टेशन तक- (G) दूसरा रूट डाकबंग्ला से गांधी मैदान पीर अली पार्क तक- (H) त्रिपोलिया से गांधी मैदान, त्रिपोलिया से दीदारगंज- (I) मीठापुर बस स्टैंड से बाइपास होते हुए जगनपुरा, चमनचक होते हुए जीरो माइल- (J) अनीसाबाद से फुलवारी होते हुए खगौल- (K) पहाड़ी से मसौढ़ी होते हुए जहानाबाद (L) अरवल सीमा- पालीगंज- विक्रम- नौबतपुर- फुवारीशरी- अनिसाबाद- चितकोहरा- पटना जंक्शन- कंकड़बाग- जीरो माइल- पुलिस लाईन- सदाकत आश्रम- दीघा- दानपुर- मनेर- भोजपुर सीमा- दीघा- जेपी सेतू- सोनपुर सीमा- जीरो माईल- गांधी सेतू- हाजीपुर सीमा- बख्तियारपुर- अथमलगोला- बाढ़- मोकामा
- भोजपुर : (A) कोईलवर (पटना सीमा)- आरा- शाहपुर- उदवंत नगर- गड़हनी- चरपोखरी- पीरो- हसन बाजार- रोहतास सीमा (B) आरा- शाहपुर- बक्सर सीमा
- रोहतास : (A) भोजपुर सीमा- बिक्रमगंज- नोखा- सासाराम- शिवसागर- कैमूर सीमा (B) सासाराम- डिहरी- औरंगाबाद सीमा तक
- कैमूर : (A) बक्सर सीमा- मआंव- रामगढ़- मोहनियां- भभुआ- भगवानपुर- अधौरा (B) कर्मनाशा- दुर्गावती- मोहनिया- कुदरा- रोहतास सीमा
- कैमूर-रोहतास-भोजपुर (संयुक्त): मोहनियां- कोचस- दिनारा- मलियाबाग- जगदीशपुर- आरा
- बक्सर : कैमूर सीमा(नुआंव)- चौसा- बक्सर- भोजपुर- डुमरांव- ब्रह्मपुर- भोजपुर सीमा तक
- सारण : जेपी सेतू- नया गांव- शीतलपुर- दीघवाड़ा- सीवान- एकमा- छपरा- डोरीगंज
- सीवान : दरौंदा- पंचरुवली- सीवान- गोपालगंज सीमा
- गोपालगंज : सीवान सीमा- हथुआ- मीरगंज- थावे- गोपालगंज- कुचायकोट
मानव श्रृंखला के क्या हैं मुद्दे:-
- तीनों कृषि कानून वापस ले सरकार
- एमएसपी को कानूनी दर्जा दे
- प्रस्तावित बिजली बिल 2020 वापस ले
- बिहार में एपीएमसी एक्ट को पुनर्बहाल करे
- धान सहित तमाम फसलों की सरकारी खरीद की गारंटी दे
''मानव श्रृंखला की बात वैसे लोग कर रहे हैं, जो किसानों से जमीन लिखवाते रहे हैं. सरकारी नौकरी देने के नाम पर जमीन लिखवाते रहे हैं. अपने नाबालिग बेटे के नाम पर भी जमीन लिखवाया है, जो आज नेता प्रतिपक्ष हैं. महागठबंधन के नेता संपत्ति श्रृंखला निकालें.''- नीरज कुमार, जदयू नेता व पूर्व मंत्री
''किसानों के साथ उनके जमीन की लूट की साजिश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्योगपतियों से मिलकर की है. यह जगजाहिर हो चुका है, उनका भेद खुल गया है. अभी भी प्रधानमंत्री को इस मुद्दे से वापस होकर अपनी भूल सुधार लेनी चाहिए. अगर इस मुद्दे पर वे वापस नहीं होते हैं तो उनकी राजनीति समाप्त हो जाएगी.'' -विजय कुमार उर्फ डब्लू सिंह, विधायक, नबीनगर, औरंगाबाद
''केंद्र की सरकार अंबानी, अडानी सहित अन्य कॉरपोरेट घराना के हाथों देश को बेचना चाहती है. जो 3 कृषि काला कानून लाया गया है वह किसान विरोधी है. इसके विरोध में मानव श्रृंखला बनाया जा रहा है, जिसे सफल बनाने को लेकर तेजस्वी यादव ने जिम्मेवारी पार्टी के कार्यकर्ताओं के कंधों पर सौंपी है.'' - शिवचंद्र राम, राजद नेता एवं पूर्व मंत्री