बिहार

bihar

ETV Bharat / city

कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी, जानिए इसका महत्व

कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर राजधानी पटना के सभी गंगा घाटों पर जन सैलाब उमड़ पड़ा है. दीघा घाट समेत सभी घाटों पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. ऐसे में ईटीवी भारत ने पुजारी आचार्य शंकर से बातचीत की और कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का महत्व जाना. पढ़ें पुूरी खबर...

कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी, जानिए इसका महत्व
कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी, जानिए इसका महत्व

By

Published : Nov 19, 2021, 12:09 PM IST

Updated : Nov 19, 2021, 1:23 PM IST

पटना : पूरे बिहार में कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) पर श्रद्धालु आस्था की डूबकी लगा रहे हैं. राजधानी पटना के दीघा घाट समेत सभी गंगा घाटों (All Ganga Ghats of Patna) समेत कई जगहों पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में डूबकी लगाकर भगवान विष्णु (Lord Vishnu) और माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) का पूजन किया.

इसे भी पढ़ें : आज कार्तिक पूर्णिमा, श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में आस्था की डुबकी

बता दें कि आज कार्तिक पूर्णिमा है. आज साल का अंतिम चंद्रग्रहण भी लग रहा है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में डुबकी लगाने का विशेष महत्व है. आज भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए भक्त पूरे कार्तिक माह जप ताप पूजा और पवित्र नदियों में स्नान दान आदि कर्म कर रहे हैं. ऐसे में ईटीवी भारत ने पुजारी आचार्य रामा शंकर दूबे से बातचीत कर कार्तिक पूर्णिमा के गंगा स्नान का महत्व जाना.

कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का महत्व

आचार्य रामा शंकर दूबे ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान के बाद दान पुण्य का विशेष महत्व है. दान या तो ब्राह्मण को या तो मंदिर में या फिर भिखारी को भी दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. उन्होंने बताया कि आज देश के पूर्ववर्ती राज्य मैं चंद्रग्रहण का हल्का असर देखने को मिलेगा. बिहार में इसका असर देखने को नहीं मिलेगा , लेकिन चंद्रग्रहण में पूजा अर्चना का विशेष महत्व है. जिन राशियों पर इसका प्रभाव पड़ता है उस राशि को विशेष पूजा पाठ करना चाहिए. इसके लिए जगह जगह घरों में पूजा भी शुरू हो गया है.

'कार्तिक पूर्णिमा के दिन और कार्तिक महीने का एक अपना खास महत्व है, जो श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा पर सुबह उठकर के तारों की छाया में स्नान करते हैं. भगवान विष्णु और तुलसी का विधि विधान से पूजन करते हैं. फिर कार्तिक स्नान के दिन गंगा में डुबकी लगाकर दान आदि करके पूजा का समापन करते हैं. कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली भी कहा जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में दीपदान करने से अक्षय पुण्य फलों की प्राप्ति होती है.':- आचार्य रामा शंकर दूबे, पुजारी

वहींगंगा में डुबकी लगा कई श्रद्धालु ने बताया की कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने से सभी पाप कट जाते है. डुबकी लगाने के साथ हमलोग अपने परिवार और समाज के कुशल कामना के लिए गंगा मईया से प्राथना किये हैं. बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्तियों को पापों से मुक्ति मिल जाती है. इस दिन स्वर्ग से देवता गन भी आकर गंगा में स्नान करते हैं इसलिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ घाटों पर उमड़ी है.

जिला प्रशासन की तरफ से गंगा स्नान के दिन पूरी मुकम्मल व्यवस्था की गई है. इसी कड़ी में पटना के दीघा और गांधी घाट पर एनडीआरएफ की टीम के साथ-साथ पटना पुलिस के जवानों की तैनाती कर दी गई है. पटना नगर निगम की टीम की तरफ से घाटों की साफ-सफाई की प्रक्रिया जारी है. गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए गंगा नदी में बैरिकेडिंग की व्यवस्था भी की गई है और श्रद्धालुओं को नदी में बैरिकेडिंग के आगे नहीं जाने की सलाह देने के साथ-साथ एनडीआरएफ की टीम को घाटों पर तैनात किया गया है.

ये भी पढ़ें-गुरुनानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा को लेकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी बधाई

Last Updated : Nov 19, 2021, 1:23 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details