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बिहार में आफत की बारिश से डूबा पटना, 1975 जैसे हुए हालात

राजधानी पटना में 45 वर्षों के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. आलम ये है कि बारिश के पानी ने लोगों को जल कैदी बना दिया है.कई लोगों ने जलजमाव की ऐसी तस्वीर कभी नहीं देखी थी. लोग बताते हैं कि 1975 में भी पटना कुछ ऐसे ही हालात से रू-ब-रू हुआ था.

बिहार में बारिश से इमरजेंसी जैसे हालात

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Published : Sep 29, 2019, 12:39 PM IST

Updated : Sep 29, 2019, 1:29 PM IST

पटना: शुक्रवार रात से राज्य के विभिन्न हिस्सों में आफत की बारिश लगातार जारी है. सालों बाद बिहार में ऐसे हालात बने हैं. लगातार हो रही इस बारिश ने 1975 की बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. मौसम विभाग ने 14 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया था. जिसमें पटना शामिल नहीं था. लेकिन राजधानी में शुक्रवार की रात से आफत की बारिश हो रही है.

बिहार में बारिश से इमरजेंसी जैसे हालात
राजधानी पटना में 45 वर्षों के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. आलम ये है कि बारिश के पानी ने लोगों को जल कैदी बना दिया है. पटना पुलिस मुख्यालय में हालात की गंभीरता के मद्देनजर स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर खोला गया है. कई लोगों ने जलजमाव की ऐसी तस्वीर कभी नहीं देखी थी. लोग बताते हैं कि 1975 में भी पटना कुछ ऐसे ही हालात से रू-ब-रू हुआ था.

बिस्कोमान भवन के इलाके में जलजमाव का नजारा

आम से खास सभी इस बारिश के आगे बेबस
पिछले 72 घंटो से लगातार आफत की बारिश जारी है. आम से खास सभी इस बारिश के आगे बेबस हैं. पाॉश से लेकर झुग्गी झोपड़ी के इलाकों में पानी भर चुका है. पूरी व्यवस्था चरमरा गई है. निचले इलाकों में कई लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया है. यहां तक कि कई मंत्रियों तक के घरों में पानी जा घुसा है. अस्‍पतालों, रेल लाइनों पर भी जलजमाव है. पटना जंक्शन के सारे ट्रैक्स भी पूरी तरह डूब गए हैं. कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए है.

बारिश से डूबे पटना जंक्शन के रेलवे ट्रैक्स

घरों के आगे तालाब जैसी स्थिति
कई इलाकों में घरों के आगे तालाब जैसी स्थिति बनी हुई है. लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. घुटने भर पानी से गुजर कर मोहल्लेवासी अपने आशियाने तक पहुंच रहे हैं. गंगा का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों से पानी बाहर नहीं निकल रहा है. राजधानी का पॉश इलाका माना जानेवाला पाटलिपुत्र कॉलोनी में भी स्थिति बदतर हो गई है. घर से निकलते ही लोगों का सामना जलजमाव से हो रहा है.

गांधी मैदान और आस-पास के इलाके में जलजमाव का नजारा

निगम के डीजल पंप हुए फेल
बांकीपुर अंचल के वार्ड संख्या 47 के संदलपुर, वाचस्पति नगर, पंचवटी नगर, महावीर कॉलोनी और वार्ड संख्या-48 के नंद नगर कॉलोनी के साथ-साथ पूर्वी-पश्चिमी लोहानीपुर, बुद्ध मूर्ति आदि इलाकों में भयंकर जलजमाव है. इन मुहल्लों में निगम की ओर से डीजल पंप भी लगाये गये हैं, जो पर्याप्त नहीं हैं. इससे समस्या खत्म नहीं हो रही है.

राजधानी के लगभग सभी इलाके जलमग्न
राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, अशोकनगर, महेश नगर, कदम कुआं, लंगर टोली, दरियापुर, श्री कृष्णा पुरी, बोरिंग रोड के कई इलाके पाटलिपुत्र कॉलोनी और बाईपास से सटे हनुमान नगर, भूतनाथ रोड समेत कई मोहल्ले पूरी तरह पानी में डूब गए हैं. घरों में पानी घुस गया है. गाड़ियां पानी में डूबी है. सड़क पर लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है.

बारिश के पानी में फंसी महिलाएं

कई नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी
राज्य में गंगा नदी के जलस्तर में बक्सर, पटना के दीघाघाट, गांधीघाट और हाथीदह में गुरुवार को तीसरे दिन भी लगातार कमी हुई. वहीं मुंगेर, भागलपुर, कहलगांव और साहेबगंज में इसमें बढ़ोतरी के संकेत हैं. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बागमती, कोसी और महानंदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना है.

Last Updated : Sep 29, 2019, 1:29 PM IST

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