पटना: हाईकोर्ट ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से नियमित जमानत याचिकाओं पर सुनवाई कर एक नया इतिहास रच दिया है. इस तरह से पटना हाईकोर्ट देश का पहला हाईकोर्ट भी बना, जिसने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मामलों पर सुनवाई की. चीफ जस्टिस संजय करोल की पहल पर कोरोना वायरस के मद्देनजर यह पहला प्रयोग किया गया, जो सफल भी रहा.
पटना हाईकोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई नियमित जमानत याचिकाओं पर सुनवाई - Lalit Kishore
एडवोकेट जनरल ललित किशोर और तीन वकीलों संघों की समन्वय समिति ने चीफ जस्टिस को इस ऐतिहासिक कदम के लिए बधाई दी है. गुरुवार को कोर्ट नम्बर 19 में जिन वकीलों को बहस करनी थी वे मौजूद थे. कोर्ट रूम में एक बड़ा सा स्क्रीन था. जिसपर जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह ने जमानत याचिकाओं पर सुनवाई की.
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एडवोकेट जनरल ने दी चीफ जस्टिस को बधाई
एडवोकेट जनरल ललित किशोर और तीन वकीलों संघों की समन्वय समिति ने चीफ जस्टिस को इस ऐतिहासिक कदम के लिए बधाई दी है. गुरुवार को कोर्ट नम्बर 19 में जिन वकीलों को बहस करनी थी वे मौजूद थे. कोर्ट रूम में एक बड़ा सा स्क्रीन था. जिसपर जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह ने जमानत याचिकाओं पर सुनवाई की.
31 मार्च तक चेंबंर बंद रखने की अपील
वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचाव के मद्देनजर महाधिवक्ता-सह-बिहार बार काउंसिल के चेयरमैन ललित किशोर और पटना हाई कोर्ट अधिवक्ता संघों की समन्वय समिति ने वकीलों से काउंसिल स्थित एडवोकेट चेंबर को 31 मार्च तक बंद रखने की अपील की. दोनों ने कहा कि हम चेंबर के सभी वकीलों से अपील करते हैं कि वे इस संकट की घड़ी में सहयोग करें कोरोना वायरस के प्रकोप से बचा जा सके. एडवोकेट जनरल ललित किशोर ने बताया कि कोरोना को लेकर सभी लोग सजग और चिंतित हैं. वकीलों, मुवक्किलों, हाई कोर्ट और महाधिवक्ता कार्यालय के स्टाफ की सुरक्षा व्यवस्था की गई है.