पटना: सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र का लंबी बिमारी के बाद दिल्ली के मेदांता में निधन हो गया. उनके पार्थिव शरीर को मंगलवार को पटना लाया गया. जहां उनके समर्थकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. तीन बार बिहार के सीएम रहे डॉ मिश्रा का राजनीतिक जीवन काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. जगन्नाथ मिश्रा का नाम बहुचर्चित चारा घोटाले में आया था. इसके अलावा प्रेस पर पाबंदी का बिल भी बिहार में उन्होंने ही लाया था. हालांकि बाद में उन्हें इस फैसले पर काफी पश्चाताप हुआ था.
1982 में पेश किया था प्रेस पाबंदी बिल
सीएम रहते हुए जगन्नाथ मिश्रा ने प्रेस पाबंदी बिल 1982 में पेश किया था. हालांकि बाद में उन्हें काफी खेद भी हुआ था. बिहार प्रेस विधेयक के नाम से पेश इस बिल को भारी विरोध के बाद वापस ले लिया गया था. राज्य सरकार के खिलाफ संवेदनशील लेखों को छपने से रोकने को लेकर यह बिल पेश किया गया था. इसमें जुर्माने के साथ-साथ 5 साल तक सजा का प्रावधान था. इस विधेयक के बाद पुलिस ऐसी कोई भी शिकायत मिलने पर पत्रकारों को गिरफ्तार कर सकती थी.