पटना: राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि (Corona Cases Increased in Bihar) हो रही है. वर्तमान में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 749 है. वहीं, शनिवार को संक्रमण के 381 नए मामले सामने आए. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार लोगों को जागरुक कर ही है. वहीं, चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को कड़ाई से कोरोना गाइड लाइंस का पालन (Follow Rules Strictly to Avoid Corona ) करना चाहिए. जिससे वे खुद को और अपने परिजनों को संक्रमित होने से बचा सकें.
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पीएमसीएच के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुमन कुमार ने कहा कि कोरोना का नया वैरिएंट ओमीक्रोन दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है. इसकी संक्रामकता काफी अधिक है. भारत भी इससे अछूता नहीं है. भारत में भी एक बार फिर से कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. डेल्टा वेरिएंट भी तेजी से फैलने लगा है. ऐसे में लोगों को अब सचेत हो जाने की आवश्यकता है और कोरोना गाइडलाइंस को गंभीरता से पालन करने की जरूरत है.
बिहार में बढ़ रहे कोरोना के मामले उन्होंने कहा कि बिहार में वैक्सीनेशन तेज गति से हुआ हैय काफी लोगों ने दूसरा डोज ले लिया है और कुछ लोग लापरवाह हो गए हैं. लोगों को लगता है कि वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बाद वह पूरी तरह सुरक्षित हो गए हैं, लेकिन वैक्सीन कोरोना से पूरी सुरक्षा नहीं देती है. वैक्सीनेशन के बाद भी संक्रमण का खतरा होता है भले ही गंभीरता कम हो जाती है. ऐसे में अगर घर में छोटे बच्चे और कोमोरबिड और बुजुर्ग लोग हैं तो उन लोगों के लिए या भारी पड़ सकता है. यदि घर का वयस्क व्यक्ति वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बाद कोरोना गाइडलाइंस को लेकर लापरवाही दिखाता है और एसिंप्टोमेटिक रूप से संक्रमित हो जाता है तो यह स्थिति परिवार के छोटे बच्चे, बीमार और बुजुर्गों के लिए भारी पड़ सकती है.
उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से भी जागरुकता का संदेश दिया जा रहा है. ऐसे में अब हमें जागरूक हो जाने की आवश्यकता है और इस पर गंभीरता से अमल करना होगा. लोगों को घर से बेवजह बाहर निकलना बंद करें. यदि घर से बाहर निकलें तो मास्क का प्रयोग करें और नियमित रूप से हाथों सैनिटाइज करते रहें. भीड़-भाड़ वाली जगह पर न जाएं और घर से बाहर निकले तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. संक्रमण का मामला अधिक बढ़ेगा तो संभालना मुश्किल होगा.
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