सुपौल/बगहा:नेपाल में भारी बारिश के बाद कोसी नदी के जलस्तर में जबरदस्त इजाफा हुआ है और वह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. कोसी नदी में उफान के चलते बिहार में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है.
नेपाल के तराई क्षेत्रों में जारी है मूसलाधार बारिश
बता दें कि नेपाल के पोखरा सहित तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने टेंशन बढ़ा दी है. गंडक बराज नियंत्रण कक्ष से गंडक नदी में अब तक का सर्वाधिक 2 लाख 87 हजार क्यूसेक पानी शुक्रवार की देर रात छोड़ा गया. जिससे गंडक नदी का पानी उफान पर है. जल वृद्धि को लेकर प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है.
...तो हो सकती है मुश्किल
गंडक नदी में जलस्तर की वृद्धि पूरी तरह से नेपाल से डिस्चार्ज हो रहे पानी और बारिश पर निर्भर करती है. ऐसे में जलसंसाधन विभाग के अभियंताओं की देख-रेख में इसी बैग और एमटी बैग पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया गया है. अभियंता की मानें तो 3 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी होने पर मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.
नेपाल ने वीरपुर बैराज के 56 में से 38 फाटक खोले
बताया जा रहा है कि नेपाल ने सुपौल के वीरपुर बैराज के 56 में से 38 फाटक खोल दिए गए हैं, जिससे नदी के जलस्तर में जबरदस्त इजाफा हुआ है. वहीं हालात को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश दे दिया गया है. शुक्रवार सुबह से ही हो रही लगातार तेज बारिश ने हालात काफी खराब हो गए हैं. दरअसल वीरपुर बैराज नेपाल की सीमा में पड़ता है, जहां बैराज पर 56 गेट हैं. नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद नेपाल की तरफ से गेट खोलकर पानी को बिहार की तरफ प्रवाहित कर दिया जाता है. इसके चलते बिहार में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं.
वाल्मीकिनगर गंडक बराज के सभी 36 फाटक खोले गए
दूसरी तरफ, वाल्मीकिनगर गंडक बैराज के सभी 36 फाटक खोल दिए गए है. इससे जिले के इंडो-नेपाल सीमा अंतर्गत चकदहवा के कई गांवों में पानी घुस गया है. ग्रामीणों ने बांध पर शरण लिया है. कुछ गांवों में तो 8 फीट तक पानी घुस गया है. इलाके के खेत जलमग्न हो गए है. बताया जाता है कि झंडू टोला चकदहवा स्थित एसएसबी कैम्प में भी पनी घुसा गया है. बता दें कि कि गंडक बराज पर कुल 36 फाटक हैं. इनमें पहले से 17वें फाटक तक का हिस्सा भारत में पड़ता है और 18वें से 36 वें फाटक का हिस्सा नेपाल में पड़ता है.
मुजफ्फरपुर: बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार
नेपाल और उत्तर बिहार में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से बागमती नदी एक बार फिर उफान पर है. मुजफ्फरपुर के औराई, कटरा और गायघाट में बागमती नदी कई जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गई है. औराई के कटौझा में बागमती नदी खतरे के निशान 56.12 मीटर को पार करते हुए फिलहाल एक मीटर ऊपर बह रही है. जिससे मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड के कई पंचायतों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है.