पटना.तारीख... 16 नवंबर, दोपहर के 4.30 बजे... जगह राजभवन का राजेन्द्र मंडप... नीतीश कुमार ने 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के शपथ ली. नीतीश के साथ अन्य 14 मंत्रियों ने भी शपथ ली. कैबिनेट में जातीय समीकरण का पूरा ख्याल रखा गया, लेकिन आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि मंत्रिमंडल में एक भी मुस्लिम चेहरा को शामिल नहीं किया गया. हालांकि कहा जा रहा है कि जब कैबिनेट का विस्तार होगा, तब इन्हें भी शामिल किया जा सकता है.
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए में केवल जेडीयू ने ही 11 मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, लेकिन वे सभी चुनाव हार गए. ऐसे में अब किसी एमएलसी को ही मंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि नीतीश के मंत्रिमंडल में मुस्लिम को छोड़कर दलित, भूमिहार, ब्रह्मण, यादव और राजपूत शामिल हैं.
गौरतलब है कि इस बार बिहार में मुस्लिम विधायकों की संख्या भी 24 से घटकर 19 हो गई है. 2015 विधानसभा चुनाव में 25 मुस्लिम प्रत्याशी चुनकर विधानसभा पहुंचे थे लेकिन इस बार AIMIM के पांच और आरजेडी के 8 विधायक ही जीत सके हैं. इसके अलावा चार कांग्रेस से और 1-1 सीपीआई (एम) और बीएसपी से हैं.