पटना: पटना की मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर सिन्हा अपने ऊपर लगाए गए अभद्र व्यवहार के आरोप की सफाई देने बिहार राज्य महिला आयोग पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि स्टैंडिंग कमिटी की बैठक से हटाए जाने का बदला पार्षद उनसे ले रही हैं. इससे पहले भी उन्होंने धमकी दी थी.
महिला पार्षद छेड़खानी मामले में हुई पहली सुनवाई मेयर पुत्र ने आरोपों को बताया निराधार
शिशिर सिन्हा ने बताया कि पार्षद महोदया पर अवैध वेंडर, अवैध पार्किंग, अवैध होर्डिंग से वसूली का आरोप है. यही नहीं सरकारी योजनाओं में भी इन्होंने कई गड़बड़ियां की हैं, इसलिए इन्हें स्टैंडिंग कमिटी की बैठक से हटा दिया गया. जिसका बदला वो ये निराधार आरोप लगाकर ले रही हैं.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, वार्ड संख्या 21 की पार्षद पिंकी देवी ने पटना की मेयर सीता साहू के पुत्र शिशिर सिन्हा पर स्टैंडिंग कमेटी की बैठक के दौरान आंख मारने और उनके समर्थकों के अभद्र व्यवहार करने का आरोप बिहार राज्य महिला आयोग में लगाया था. बुधवार को इसकी पहली सुनवाई हुई.
महिला सफाईकर्मियों ने दिया समर्थन
इस सुनवाई में पिंकी देवी और शिशिर सिन्हा दोनों बिहार राज्य महिला आयोग के सामने पेश हुए. हालांकि पिंकी देवी के समर्थन में नगर निगम की दर्जनों महिला सफाईकर्मी वहां पहुंची थी. उन्होंने पिंकी देवी के साथ मेयर पुत्र द्वारा किए गए कार्य की निंदा की. उन्होंने कहा कि जब निगम में महिला पार्षद ही सुरक्षित नहीं तो कोई और लोग कैसे सुरक्षित रहेंगे.