बिहार

bihar

ETV Bharat / city

आश्विन शरद पूर्णिमा के अवसर पर हुई फल्गु महाआरती, सैकड़ों लोग हुए शामिल - etv news

गया में आश्विन शरद पूर्णिमा (Ashwin Sharad Purnima) के अवसर पर फल्गु महाआरती हुई, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए. फल्गु सेवा समिति के अध्यक्ष मुन्ना लाल धोकड़ी ने बताया कि संपूर्ण भारत के कल्याण का उद्देश्य होता है, महाआरती का आयोजन. पपीहा नामक पक्षी आज के दिन ही आकाश से प्राप्त जल को पी पूरे साल तक संतुष्ट रहती है.

आश्विन शरद पूर्णिमा के अवसर पर फल्गु महाआरती
आश्विन शरद पूर्णिमा के अवसर पर फल्गु महाआरती

By

Published : Oct 9, 2022, 9:50 PM IST

गया: बिहार के गया स्थित विष्णुपद (Vishnupad Devghat At Gaya) देवघाट में आश्विन शरद पूर्णिमा के अवसर पर फल्गु सेवा समिति के अध्यक्ष मुन्ना लाल धोकड़ी की अध्यक्षता में देवघाट विष्णुपद में कई कार्यक्रम संम्पन हुए. इस दौरान फल्गु महाआरती का भी आयोजन (Falgu Maha Aarti Organized In Gaya) किया गया, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए. आश्विन मास विशेष स्थान को प्राप्त है, जिसमें आकाश से अमृत वर्षा होती है. फल्गु सेवा समिति के अध्यक्ष मुन्ना लाल धोकड़ी ने बताया कि आश्विन शरद पूर्णिमा के अवसर पर फल्गु महाआरती का आयोजन किया गया है.

ये भी पढ़ें-विष्णुपद मंदिर के पास फल्गू नदी में सालभर रहा करेगा जल, राज्य का पहला रबर डैम तैयार

'अन्य धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए हैं. हिन्दू धर्म में धार्मिक दृष्टिकोण से आश्विन मास को विशेष स्थान प्राप्त है. पूरा आश्विन मास पितरों और देवताओं को समर्पित होता है. आज के दिन ही आकाश से अमृत वर्षा होती है. सिर्फ आज के दिन पपीहा पानी पीकर पूरे साल रहती है. पपीहा नामक पक्षी आज के दिन ही आकाश से प्राप्त जल को पी पूरे साल तक संतुष्ट होती है. फल्गु नदी में स्नान पूजन, भजन, कीर्तन, आरती करने से कोटि गौदान करने का फल प्राप्त होता है. भगवान श्री कृष्ण श्री राधारानी के साथ झूले पर विराज प्रकृति का आनंद लेते हैं.'- मुन्ना लाल धोकड़ी, अध्यक्ष, फल्गु सेवा समिति

गया में फल्गु महाआरती का आयोजन : फल्गु सेवा समिति के अध्यक्ष मुन्ना लाल धोकड़ी ने बताया कि संपूर्ण भारत के कल्याण का उद्देश्य होता है, महाआरती का आयोजन. उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण भारतवर्ष का कल्याण हो, इसी उद्देश्य से यह महाआरती निरंतर की जा रही है. रविवार को यह फल्गु महाआरती पांच गयापाल निपुण ब्राह्मण सागर अग्निवार, मंगल गुर्दा, रंगनाथ विठ्ठल, संदीप धोकड़ी, मानस के द्वारा सम्पन किया गया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details