पटना: बिहार में उपचुनाव के नतीजे आ चुके हैं और दोनों सीटों पर जदयू ने कब्जा जमाया है. उपचुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और राजद में ठन गई. दोनों दलों ने तारापुर और कुशेश्वरस्थान (Tarapur And Kusheshwarsthan Assembly By-Election) में उम्मीदवार खड़े कर दिए थे. राजद की प्रतिष्ठा तो बच गई लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गयी. कांग्रेस का प्रचार करने पहुंचे 'त्रिदेव' कन्हैया कुमार, हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी के प्रचार का भी असर नहीं हुआ.
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बता दें कि उपचुनाव में कांग्रेस और राजद के बीच आर-पार की लड़ाई छिड़ गई थी. हालांकि नुकसान दोनों दलों को हुआ. दोनों दल खाता नहीं खोल पाए. दोनों सीटें जदयू के खाते में चली गई. गत विधानसभा चुनाव में भी दोनों सीटें जदयू के कब्जे में थीं.
युवा वोटरों को लुभाने के लिए राजद की तरफ से जहां तेजस्वी यादव ने कमान संभाल रखी थी, वहीं कांग्रेस पार्टी की ओर से कन्हैया कुमार, हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी मैदान में उतरे थे. राजद ने चुनाव में तो इज्जत बचा ली लेकिन दोनों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई. तारापुर में जहां कांग्रेस प्रत्याशी को 3000 वोट मिले वहीं कुशेश्वरस्थान में 5000 मतों से संतोष करना पड़ा.
'राजद की जिद की वजह से गठबंधन टूटा. नुकसान महागठबंधन का हुआ. राजद में लालू यादव के करीबी कुछ ऐसे मित्र हैं, जो यह नहीं चाहते कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनें.'-राजेश राठौर, मुख्य प्रवक्ता, कांग्रेस