पटना:सांसद चिराग पासवान औरकेंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और सिंबल आवंटित कर दिया है. चिराग (Chirag Paswan) गुट की पार्टी का नाम 'लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास)' होगा जबकि हेलीकॉप्टर चुनाव चिह्न दिया गया है. वहीं पशुपति पारस (Pashupati Kumar Paras) गुट की पार्टी 'राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी' को सिलाई मशीन चुनाव चिह्न मिला है. लोक जनशक्ति पार्टी पर कब्जे को लेकर चाचा और भतीजे के बीच जो लड़ाई चल रही है, कहीं ना कहीं उपचुनाव तक के लिए चुनाव आयोग ने उसपर विराम लगा दिया है.
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चुनाव आयोग दौरा पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान की पार्टी को 'लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)' का नाम दिया गया है और इन्हें 'हेलीकॉप्टर' चुनाव चिन्ह दिया गया है. दरअसल उपचुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग में बड़ा फैसला किया है. चुनाव आयोग ने चिराग पासवान को लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राजनीतिक दल के तौर पर मान्यता दी है. इस पार्टी का चुनाव चिन्ह हेलीकॉप्टर होगा. मौजूदा विधानसभा उपचुनाव में इसकी मंजूरी दी गई है.
"चुनाव आयोग के द्वारा जो फैसला आया है उसका हम सभी सम्मान करते हैं. जो लोग भी चुनाव आयोग के फैसले पर अंगुली उठा रहे हैं उनको हमारी सलाह है कि वो भी चुनाव आयोग के फैसले का सम्मान करें."-सरवन अग्रवाल, पशुपति पारस गुट के नेता
दरअसल चिराग पासवान ने लगाए चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि पशुपति कुमार पारस 4.10.2021 के दोपहर 1 बजे से पहले अपनी पार्टी के लिए दूसरा और तीसरा वैकल्पिक नाम देने के लिए आयोग द्वारा दिए गए अवसर का लाभ उठाने में विफल रहे हैं. इससे पहले उन्होंने चुनाव आयोग के पत्रों के उत्तर में देरी की और मुख्य मामले में जवाब प्रस्तुत करने के लिए बार-बार विस्तार किया.
चिराग पासवान ने बयान जारी करते हुए कहा था कि हम उन्हें और समय देने और एक और अवसर देने के चुनाव आयोग के निर्णय पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हैं. जिससे मामले में निर्णय में देरी हो रही है. यह देरी आगामी बिहार उपचुनावों के लिए हमारी चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचा रही है, जहां हमने लड़ने का फैसला किया है.