पटना:भारत सरकार अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme of Government of India) के तहत सेना में युवाओं को भर्ती करना चाहती है. बाकायदा प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. सबसे अधिक युवा आबादी वाले राज्य बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर सबसे कड़ा विरोध हो रहा है. छात्रों ने पिछले 3 दिनों से बिहार में गदर मचा रखा है. करोड़ों रुपए की सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ है. अकेले दानापुर डिवीजन में 200 करोड़ से ज्यादा रेल की संपत्तियों का नुकसान पहुंचाया गया है.
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अग्निपथ योजना बनी BJP के लिए गले का फांस:अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग को लेकर छात्रों ने आज बिहार बंद किया. कई राजनीतिक दलों ने बंद का समर्थन भी किया. राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, वीआईपी, वाम दल की ओर से जहां बंद का समर्थन किया गया था. वहीं, चिराग पासवान और जीतनराम मांझी कानून को रोलबैक करने की मांग कर रहे हैं. अग्निपथ योजना को लेकर भाजपा को सहयोगी दलों का साथ भी नहीं मिल रहा है. जेडीयू जहां अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार की बात कह रही है तो वहीं दूसरी सहयोगी पार्टी हम ने भी योजना को वापस लेने की मांग की है.
'अग्निपथ योजना को सरकार शीघ्र वापस ले, योजना छात्रों के हित में नहीं है और इससे देश की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है. युवाओं के हित में सरकार को फैसले लेने चाहिए.'- जीतनराम मांझी, HAM प्रमुख
'अग्निपथ योजना देश हित में है और इससे युवाओं के भविष्य को हम संवारने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन राजनीतिक दल इसका फायदा उठा रहे हैं, और छात्रों को आंदोलन के लिए भड़का रहे हैं. राजनीतिक दलों को स्पष्ट करना चाहिए कि वह किन बिंदुओं पर संशोधन चाहते हैं.'- कुंदन कुमार, भाजपा विधायक